भूत बनकर लौटे राफेल अब अमेरिका के साथ युद्धाभ्यास करेंगे

Oct 24, 2025 - 12:06
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भूत बनकर लौटे राफेल अब अमेरिका के साथ युद्धाभ्यास करेंगे

#भारतीय वायु सेना के तीन राफेल लड़ाकू विमान — BS-021, BS-022 और BS-027 — जिन्हें पाकिस्तानी वायु सेना (PAF) ने मई 2025 के ऑपरेशन सिंदूर के दौरान मार गिराया था 

भूत बनकर लौटे राफेल अब अमेरिका के साथ युद्धाभ्यास करेंगे— मंदबुद्धि पाकिस्तानियों के झूठ का ढोल एक बार फिर फटा! 

अगले महीने नवंबर 2025 में होने वाले भारत-अमेरिका संयुक्त वायु युद्धाभ्यास 'कोप इंडिया 2025' में धमाल मचाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। 

यानी, वो विमान जिन्हें #पाकिस्तानी प्रोपेगेंडा मशीन ने "शहीद" कर दिया था, अब अगले महीने अमेरिकी F-15EX और F-16 के साथ एडवांस्ड एयर कॉम्बैट ड्रिल्स करेंगे। पाकिस्तान के झूठ का यह सबसे शर्मनाक भंडाफोड़ है।

अब क्या करे बेचारा राहुल गांधी.... उसने तो पूरा नीचे तक का जोर लगा दिया था... बवंडर काट डाला इस उम्मीद में कि जब सारे दांव उल्टे पड़ रहे तो शायद तो यही काम कर जाये.... पर सारा दोष उन चमचे "स्वयंभू रक्षा विशेषज्ञों" का है जो कई बार war front पर  जा कर राफेलों की गिनती कर आये थे... मरदूदों को जोड़ घटाना भी नहीं आता.. और मंदबुद्धि होने का आरोप राहुल पर चिपक जाता है।

7 मई 2025 को जब भारत ने  #आतंकवादी ठिकानों पर स्ट्राइक की, तो पाकिस्तान ने तुरंत अपनी पुरानी आदत दोहराते हुए दावा किया कि उसने न सिर्फ तीन बल्कि चार राफेल विमान मार गिराये हैं। 

पाकिस्तान के लेफ्टिनेंट जनरल खालिद किदवई ने इस्लामाबाद पॉलिसी रिसर्च इंस्टीट्यूट (IPRI) में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके विमानों के टेल नंबर तक जारी कर दिए — BS001, BS021, BS022 और BS027।

पाकिस्तान की आदत है — पहले झूठ बोलो, फिर सबूत ढूंढो! 1965 में भी ऐसा ही किया था, 1971 में भी, कारगिल में भी, और 2019 में भी। अब 2025 में फिर वही पुरानी स्क्रिप्ट। 

लेकिन इस बार PAF के झूठ का ढोल इतनी जोर से फटा कि बीजिंग से  लेकर  वॉशिंग्टन तक आवाज सुनाई दी।  यह दावा इतना बेतुका था कि भारत सरकार के पीआईबी फैक्ट चेक यूनिट को तुरंत हस्तक्षेप करना पड़ा। 

#PIB ने स्पष्ट किया कि पाकिस्तानी मीडिया और सोशल मीडिया पर जो तस्वीरें वायरल हो रही थीं, वे 2021 में पंजाब के मोगा में दुर्घटनाग्रस्त हुए MiG-21 की थीं, न कि किसी राफेल की। लेकिन पाकिस्तान की प्रोपेगेंडा मशीन ने पुरानी तस्वीरें, Battlefield 3 वीडियो गेम के स्क्रीनशॉट्स, और खैबर पख्तूनख्वा में 2024 में हुए सांप्रदायिक झड़पों के वीडियो तक को राफेल शूटडाउन के "सबूत" के रूप में पेश किया।

 #बीबीसी ने भी हाथ जोड़कर कहा — "भाई, इतना झूठ भी मत बोलो कि हमें फैक्ट चेक करते-करते शर्म आ जाए!"इतनी बेशर्मी तो बॉलीवुड के सबसे बड़े वाले विलेन में भी नहीं होती! 

असल में, जिसे PAF ने "राफेल गिराना" समझा, वो दरअसल भारत की एक शानदार इलेक्ट्रॉनिक युद्ध रणनीति थी। राफेल विमानों में लगी इजरायली राफेल एडवांस्ड  डिफेंस सिस्टम्स की X-Guard फाइबर ऑप्टिक टो्ड डिकॉय (FOTD) ने पाकिस्तानी मिसाइलों को पूरी तरह भ्रमित कर दिया।

यह 65 किलो वजनी सिस्टम राफेल के विंग के हार्ड पॉइंट वाले हिस्से में लगा होता है और खतरा डिटेक्ट होते ही 2 सेकंड के भीतर एक्टिव हो जाता है। एक 100-150 मीटर लंबी फाइबर ऑप्टिक केबल से जुड़ा यह decoy विमान के पीछे हवा में लहराता रहता है और असली #राफेल का रडार क्रॉस सेक्शन (RCS),  सिग्नेचर की हूबहू नकल करता है।

यह सिस्टम रियल-टाइम सिग्नल adjustment करता है, जिससे दुश्मन के रडार को लगता है कि वे असली राफेल को निशाना बना रहे हैं। यह X-Guard सिस्टम इतना कमाल का है कि पाकिस्तानी मिसाइलें असली राफेल को छोड़कर उसके "डमी दोस्त" के पीछे भागने लगीं। जैसे कोई भूखा कुत्ता असली हड्डी को छोड़कर   उसी की तरह गन्ध छोड़ रहे प्लास्टिक की हड्डी के पीछे भाग रहा हो! 

#PAF के पायलटों ने जश्न मनाया कि उन्होंने राफेल गिरा दिया, जबकि असल में वे एक 65 किलो के इलेक्ट्रॉनिक खिलौने के पीछे भाग रहे थे!

इसके अलावा, राफेल में फ्रांस की SPECTRA इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर प्रणाली भी स्थापित है, जो रडार जामिंग, मिसाइल वार्निंग और एक्टिव काउंटरमेशर्स प्रदान करती है। राफेल के टेल सेक्शन में लगे DDM-NG  सेंसर 360-डिग्री इंफ्रारेड कवरेज देते हैं और मिसाइल लॉन्च की तुरंत चेतावनी देते हैं।

जब पाकिस्तानी J-10C फाइटर्स ने चाइनीज PL-15E मिसाइलें दागीं, तो उन्होंने X-Guard decoys को ही निशाना बना लिया। यह पूरी की पूरी घटना एक इलेक्ट्रॉनिक युद्ध का क्लासिक उदाहरण है। 

"रयान बोडेनहाइमर: जो एक पूर्व अमेरिकी F-16 पायलट हैं, ने इसे "बेस्ट स्पूफिंग एंड डिसेप्शन एवर सीन" कहा और माना कि इसने इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर के नियम बदल दिए हैं।

पाकिस्तान के झूठे दावों पर फ्रांस की #Dassault Aviation के चेयरमैन "एरिक ट्रैपियर" ने भी सीधा तमाचा जड़ा। उन्होंने फ्रांसीसी मैगजीन "Challenges" को दिए इंटरव्यू में स्पष्ट कहा, "पाकिस्तान जो तीन राफेल गिराने का दावा कर रहा है, वह एकदम गलत है।"उन्होंने बताया कि Dassault को भारतीय वायुसेना से ऐसे किसी नुकसान की कोई आधिकारिक जानकारी नहीं मिली है। 

अगले महीने नवंबर 2025 में होने वाला कोप इंडिया 2025 भारतीय वायु सेना और अमेरिकी वायु सेना के संयुक्त अभ्यास में राफेल, सुखोई-30MKI, तेजस मार्क-1A के साथ-साथ अमेरिकी F-15EX और F-16 विमान भी भाग लेंगे। इसमें AEW&CS (एयरबोर्न अर्ली वॉर्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम) और एरियल रिफ्यूलर्स भी शामिल होंगे। 

अभ्यास में जिन तीन राफेल विमानों — BS-021, BS-022 और BS-027 — को पाकिस्तान ने "गिराया" था, उनकी इस अभ्यास में सक्रिय भागीदारी से न केवल पाकिस्तान की झूठी कहानी का भंडाफोड़ होगा, बल्कि राहुल गांधी और उनके "राफेल स्कैम" वाले चमचों का जबड़ा इस करारे तमाचे से हिल जायेगा।

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