बीआर यादव इण्टर कॉलेज में छात्र/छात्राओं को किया जागरूक

इंस्पेक्टर फूलपुर ने 'अपराधिक कानून' निबंध प्रतियोगिता में विजेता छात्राओं को किया सम्मानित 

Nov 2, 2025 - 20:26
Nov 2, 2025 - 20:27
 0  2
बीआर यादव इण्टर कॉलेज में छात्र/छात्राओं को किया जागरूक

आनंदी मेल ब्यूरो 
प्रयागराज :  पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश के निर्देशानुसार 30 अक्टूबर से 01नवम्बर तक चलाये जा रहे राज्यव्यापी नए आपराधिक कानूनों के प्रति जागरूकता अभियान 2.0 के तहत पुलिस आयुक्त व अपर पुलिस आयुक्त के निर्देशन में व पुलिस उपायुक्त गंगानगर व अपर पुलिस उपायुक्त गंगानगर के कुशल पर्यवेक्षण में सहायक पुलिस आयुक्त फूलपुर व थाना फूलपुर पुलिस द्वारा आज 01नवम्बर को थाना फूलपुर क्षेत्रान्तर्गत बच्चा राम यादव इण्टरमीडिएट कॉलेज फूलपुर में जागरुकता कार्यक्रम चलाकर छात्र-छात्राओं को जागरुक कर 03 नये कानून  भारतीय न्याय संहिता-2023, दण्ड प्रक्रिया संहिता के स्थान पर भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता-2023 एवं भारतीय साक्ष्य अधिनियम के स्थान पर भारतीय साक्ष्य अधिनियम-2023  के सम्बंध में निबन्ध लेखन/नुक्कड नाटक प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। 03 नये आपराधिक कानूनों की निबन्ध लेखन प्रतियोगिता में प्रथम स्थान आशी यादव, द्वितीय स्थान काजल पटेल व तृतीय स्थान खुशबू यादव को थाना प्रभारी फूलपुर द्वारा पुरस्कार देकर उत्साहवर्धन किया गया।

कार्यक्रम के दौरान सहायक पुलिस आयुक्त फूलपुर द्वारा छात्र-छात्राओं को 01 जुलाई, 2024 से लागू हुए तीन नए आपराधिक कानूनों- भारतीय न्याय संहिता,भारतीय नागरिक सुरक्षा सहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम के विस्तृत प्रावधानों के बारे में जानकारी दी गयी । कार्यक्रम में पूर्व प्रचलित आपराधिक कानून भारतीय दण्ड संहिता, दण्ड प्रक्रिया संहिता एवं भारतीय साक्ष्य अधिनियम के स्थान पर नये कानून की आवश्यकता एवं उपयोगिता के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया। जहां पूर्व में दण्ड व्यवस्था को अत्यधिक महत्व दिया जाता था, उसके स्थान पर नये कानूनों में न्याय व्यवस्था स्थापित करते हुए कानूनों को और अधिक व्यावहारिक एवं पीड़ित केन्द्रित बनाया गया है।

इस प्रकार पूर्व प्रचलित भारतीय दण्ड संहिता के स्थान पर भारतीय न्याय संहिता-2023, दण्ड प्रक्रिया संहिता के स्थान पर भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता-2023 एवं भारतीय साक्ष्य अधिनियम के स्थान पर भारतीय साक्ष्य अधिनियम-2023 को 01 जुलाई, 2024 से लागू कर दिया गया है । कार्यक्रम के दौरान पुलिस अधिकारियों ने नये आपराधिक कानूनों की प्रमुख विशेषताओं पर विस्तारपूर्वक जानकारी दी। विशेष रूप से ‘शून्य एफआईआर, ई एफआईआर समयबद्ध न्याय,महिला एवं बाल संरक्षण संबंधी प्रावधान,नये अपराधों की परिभाषा तथा फोरेंसिक विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के उपयोग से जुड़े प्रावधानों पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला गया ।

What's Your Reaction?

Like Like 0
Dislike Dislike 0
Love Love 0
Funny Funny 0
Angry Angry 0
Sad Sad 0
Wow Wow 0