एचडीएफसी बैंक ने शिक्षकों को दी जागरूकता
एचडीएफसी बैंक ने शिक्षकों को सुरक्षित डिजिटल बैंकिंग प्रथाओं के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की।

एचडीएफसी बैंक के वरिष्ठ कार्यकारी उपाध्यक्ष श्री मनीष अग्रवाल ने इस सत्र के महत्व पर जोर देते हुए कहा, “जागरूकता की कमी के कारण लोग अक्सर साइबर धोखाधड़ी का शिकार होते हैं। हम शिक्षकों को सही जानकारी देकर उन्हें ऑनलाइन दुनिया में सुरक्षित रूप से नेविगेट करने के लिए सशक्त बनाना चाहते हैं।”
सत्र में चर्चा किए गए अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों में संदिग्ध कॉल और संदेशों की रिपोर्टिंग का महत्व भी शामिल था। शिक्षकों को बताया गया कि कैसे वे www.sancharsaathi.gov.in पर चक्षु पोर्टल के माध्यम से किसी भी संदिग्ध गतिविधियों की रिपोर्ट कर सकते हैं।
बैंक ने शिक्षकों से यह भी अपील की कि वे डिजिटल लेनदेन करते समय सतर्क रहें और अपनी व्यक्तिगत बैंकिंग जानकारी को किसी के साथ साझा न करें। यदि कोई ग्राहक ऑनलाइन धोखाधड़ी का शिकार होता है, तो उसे तुरंत बैंक को सूचित करना चाहिए और अनधिकृत लेनदेन की रिपोर्ट करनी चाहिए। इसके अलावा, ग्राहक गृह मंत्रालय द्वारा शुरू की गई 1930 हेल्पलाइन पर कॉल करके और राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल https://cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करके भी सहायता प्राप्त कर सकते हैं।
एचडीएफसी बैंक ने पिछले चार वर्षों में कई साइबर धोखाधड़ी जागरूकता सत्र और कार्यशालाएँ आयोजित की हैं। इन सत्रों का मुख्य उद्देश्य नागरिकों को साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक करना और उन्हें सुरक्षित डिजिटल प्रथाओं के लिए शिक्षित करना है। इस पहल के माध्यम से, बैंक ने शिक्षा क्षेत्र में एक सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में कदम बढ़ाया है, जिससे शिक्षकों को न केवल स्वयं की सुरक्षा के लिए बल्कि अपने छात्रों को भी सुरक्षित डिजिटल बैंकिंग की जानकारी देने के लिए सशक्त किया जा सके।
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