इंडोस्कोपिक अल्ट्रासाउण्ड कार्यशाला का हुआ आयोजन
कानपुर : पेट की बीमारियों की सटीक पहचान कर उसका शतप्रतिशत इलाज करने के अब डाक्टरो को आसानी होगी। इंडोस्कोपिकअल्ट्रासाउण्ड से अब मरीजो के शरीर के अन्दर कहां क्या बीमारी पनप रही है उसका तुंरत पता चलेगा और मरीज को बिना चीरे और बिना बेहोश किए तथा बिना दर्द के ही उसका इलाज कर दिया जायेगा जिसमें 5 मिनट का समय लगेगा। इस बावत इंडोस्कोपिकअल्ट्रासाउर्ण्ड कार्यशाला का आयोजन पीएमएसएसवाई सुपर स्पेशिलीटी में गैसट्रोइंट्रोलॉजी डॉ विनय कुमार की अध्यक्षता में किया गया जिसमें चण्ड़ीगढ़ से आए डॉ राणा ने कई महत्वपूर्ण जानकारियां साझा की।
डॉ विनय कुमार ने बताया कि नार्मल इंडोस्कोपी से मरीज के अन्दर की कई बीमारियों का पता नही चल पाता था जिससे आगे चल कर मरीज को कोई अन्य गंभीर बीमारी से गुजरना पडता था,लेकिन इंडोस्कोपिकअल्ट्रासाउण्ड से अब यह शरीर के अन्दर जाकर जहां भी कहीं बीमारी पनप रही होगी उसका तुंरत पता चल सकेगा। उन्होंने बताया कि एडवांस टेक्नोलॉजी से अब सटीक इलाज और जांच दोनो ही बेहतर होगी जिससे मरीजो को बहुत ही लाभ मिलेगा।
उन्होंने बताया कि पहले बडे चीरे लगते थे, उसके बाद लेप्रोस्कोपी आयी जिससे काम बहुत ही आसान हुआ ,लेकिन अब इंडोस्कोपिकअल्ट्रासाउण्ड से आंत से लेकर पेनक्रियाज में होने वाली बीमारी का पता जल्द और आसानी से चल सकेगा। उन्होंने बताया कि एक मरीज ऐसा ही आया हुआ था जिसके पेट के अन्दर काफभ् मवाद भर गया था, जिसे इंडोस्कोपिकअल्ट्रासाउण्ड के माध्यम से करीब 700 एमएल मवाद को बहार निकाला गया। मरीज पूरी तरह से स्वस्थ्य है। उन्होंने बताया कि यह विधि अभी तक लखनऊ एसजीपीजीआई और केजीएमयू में ही मरीजो को मिल रही थी,लेकिन अब कानपुर में भी मरीजो को ऐसी एडवासं तकनीकी मिलेगी जिससे उनको अब बाहर का रूख नही करना पडेगा।
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