मत्स्य और डेयरी समितियों के लिए सहकारिता-सशक्तिकरण पर नाबार्ड का विशेष जागरूकता कार्यक्रम
बलिया के बांसडीह में नाबार्ड ने डेयरी और मत्स्य सहकारी समितियों के लिए वित्तीय साक्षरता और डिजिटल बैंकिंग पर कार्यक्रम आयोजित किया।
बलिया : अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025 के उपलक्ष्य में, राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) ने बलिया के बांसडीह स्थित जिला सहकारी बैंक शाखा में डेयरी और मत्स्य सहकारी समितियों के सदस्यों के लिए एक गहन जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया। इस पहल का उद्देश्य सहकारिता आंदोलन को मजबूत करना और ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ माने जाने वाले इन क्षेत्रों से जुड़े किसानों को सशक्त बनाना था।
कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि डीडीएम नाबार्ड मोहित यादव, जिला सहकारी बैंक बांसडीह के शाखा प्रबंधक मनिंदर कुमार, और एफएलसीसी डायरेक्टर अनिल कुमार शुक्ला ने दीप प्रज्वलित कर किया।
⚠️ वित्तीय साक्षरता और धोखाधड़ी से बचाव
एफएलसीसी डायरेक्टर अनिल कुमार शुक्ला ने उपस्थित पदाधिकारियों और किसानों को वित्तीय लेनदेन में अत्यंत सावधानी बरतने की सलाह दी। उन्होंने मोबाइल फोन पर वन-टाइम पासवर्ड (ओटीपी) साझा करने के खतरों को रेखांकित किया, जिससे सदस्य किसी भी प्रकार की ऑनलाइन या वित्तीय धोखाधड़ी का शिकार होने से बच सकें। यह सत्र वित्तीय साक्षरता को बढ़ाने और सदस्यों की गाढ़ी कमाई को सुरक्षित रखने पर केंद्रित रहा।
📱 डिजिटल बैंकिंग और दुग्ध उत्पादन की संभावनाएं
नाबार्ड के डीडीएम मोहित यादव ने सहकारिता के माध्यम से दुग्ध उत्पादन समितियों को सशक्त बनाने पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने दुग्ध उत्पादन क्षेत्र में मौजूद व्यापक संभावनाओं पर प्रकाश डाला और डेयरी उत्पादों से होने वाले लाभों को समझाया। इसके अतिरिक्त, उन्होंने किसानों को डिजिटल बैंकिंग के उपयोग की जानकारी दी। उन्होंने यह भी बताया कि बैंक से संबंधित किसी भी शिकायत के लिए, किसान रिजर्व बैंक के टोल फ्री नंबर 14448 पर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं, जिससे उनकी समस्याओं का त्वरित समाधान हो सके।
जिला सहकारी बैंक के शाखा प्रबंधक मनिंदर कुमार ने केंद्र और राज्य सरकार द्वारा संचालित विभिन्न सामाजिक सुरक्षा योजनाओं जैसे बीमा और पेंशन योजनाओं की जानकारी दी। एफएलसी के माध्यम से नितेश कुमार पाठक ने भी अपने संस्थान द्वारा चलाए जा रहे साक्षरता कार्यक्रमों पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम के दौरान, डीडीएम नाबार्ड ने सभी अतिथियों को बांसडीह में नाबार्ड द्वारा संचालित सी पी कृषक एफपीओ (CP Krishi FPO) की गतिविधियों से भी अवगत कराया। माँ सुरसरी सेवा संस्थान के सचिव डॉ सुधीर कुमार सिंह ने कार्यक्रम का संचालन किया, जबकि सी पी कृषक उत्पादक संगठन सहकारी समिति के सचिव अभिषेक सिंह और डायरेक्टर अरविन्द कुमार सिंह ने सभी अतिथियों और किसानों का आभार व्यक्त किया।
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