लखनऊ का नया विकास मॉडल बनेगा नैमिष नगर, एलडीए ने शुरू किया काम
लखनऊ के उत्तरी हिस्से को विकसित करने के लिए एलडीए की नैमिष नगर योजना, 1084 हेक्टेयर में बनेगा नया उपनगर।

लखनऊ। लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) की महत्वाकांक्षी नैमिष नगर योजना, जो सीतापुर रोड पर प्रस्तावित है, अब धरातल पर उतरने के लिए तैयार है। यह योजना लखनऊ के उत्तरी हिस्से के लिए एक नया विकास मॉडल बनेगी। एलडीए ने इस योजना को साकार करने के लिए मंगलवार से काम शुरू कर दिया है। बीकेटी तहसील के पुरवा गांव में योजना का पहला साइट ऑफिस बनना शुरू हो गया है।
एलडीए उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने बताया कि नैमिष नगर योजना 18 गांवों की लगभग 1084 हेक्टेयर भूमि पर विकसित की जाएगी। इन गांवों में भौली, लक्ष्मीपुर, पूरब गांव, पुरवा, सैरपुर, फर्रुखाबाद, कोड़री भौली, कमलाबाद, कमलापुर, पलहरी, गोपरामऊ, बारूमऊ, धतिंगरा, सैदापुर, पश्चिम गांव, धोबैला, उमरभारी और दुग्गौर शामिल हैं। इस परियोजना के लिए लगभग 4,785 करोड़ रुपये का अनुमानित खर्च प्राधिकरण बोर्ड द्वारा स्वीकृत किया जा चुका है।
3 लाख लोगों को मिलेगी आवासीय सुविधा : प्रथमेश कुमार ने बताया कि इस योजना से लगभग 3 लाख लोगों को आवासीय सुविधा मिलेगी। नैमिष नगर सिर्फ एक आवासीय परियोजना नहीं होगी, बल्कि एक पूर्ण विकसित उपनगर के रूप में सामने आएगा। इसमें चौड़ी सड़कें, ग्रीन बेल्ट, पार्क, स्कूल, अस्पताल, सामुदायिक केंद्र, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम और व्यावसायिक केंद्र जैसी सभी आधुनिक सुविधाएं होंगी।
यह परियोजना न केवल आवासीय जरूरतों को पूरा करेगी बल्कि लखनऊ के उत्तरी हिस्से को एक नई पहचान भी देगी। इसके विकसित होने से शहर में उद्योग, स्वास्थ्य, शिक्षा और लॉजिस्टिक जैसे क्षेत्रों में भी जबरदस्त विकास होगा, जिससे भारी निवेश आएगा और बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
सहमति से ली जाएगी जमीन : संयुक्त सचिव सुशील प्रताप सिंह ने जानकारी दी कि पुरवा गांव में योजना का पहला साइट ऑफिस बनाया जा रहा है। जोनल अधिकारी संगीता राघव के नेतृत्व में मंगलवार को अधिकारियों की टीम ने निर्माण कार्य शुरू कराया। उन्होंने यह भी बताया कि नैमिष नगर के लिए जमीन किसानों की सहमति से खरीदी जाएगी। इसके लिए प्राधिकरण बोर्ड द्वारा मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) भी तय कर दी गई है। राजस्व विभाग के सहयोग से किसानों से लगातार संपर्क साधा जा रहा है और जल्द ही जमीनों की रजिस्ट्री की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
एलडीए ने यह भी सुनिश्चित किया है कि योजना में आने वाले गांवों का भी विकास किया जाएगा। गांव के संपर्क मार्ग, जल निकासी, खेल मैदान, बारात घर, स्वास्थ्य केंद्र और अन्य बुनियादी सुविधाओं को सुदृढ़ किया जाएगा। यह योजना शहरी और ग्रामीण विकास का एक संतुलित मॉडल प्रस्तुत करेगी।
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