ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते के तहत दो नाबालिग बच्चों को चाइल्डलाइन किया सुपुर्द
आनंदी मेल ब्यूरो
प्रयागराज : रेलवे सुरक्षा बल ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते के माध्यम से रेलवे परिसरों एवं ट्रेनों में पाए जाने वाले असुरक्षित या संकटग्रस्त बच्चों को बचाने का सतत प्रयास करता है। यह केवल एक अभियान नहीं बल्कि उन हजारों बच्चों के लिए जीवन रेखा है जो किसी कारणवश घर से भटक जाते हैं या सहायता की आवश्यकता में होते हैं। ‘ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते’ बाल सुरक्षा एवं संरक्षण की दिशा में रेलवे सुरक्षा बल की एक संवेदनशील पहल है, जिसके माध्यम से बाल श्रम, तस्करी एवं लापता बच्चों पर प्रभावी नियंत्रण पाया गया है। 16 नवंबर को रेलवे सुरक्षा बल की महिला कांस्टेबल निशा को दो नाबालिग बच्चे प्रयागराज जंक्शन के प्लेटफार्म संख्या 7/8 पर घूमते हुए मिले । महिला कांस्टेबल निशा द्वारा पूछने पर बच्चों ने बताया की वह घर से नाराज होकर भाग कर आए है । नाबालिक बच्चों ने अपना नाम रफीक शेख पुत्र हसन शेख उम्र -12 वर्ष, निवासी कलकत्ता एवं इस्माइल शेख पुत्र मंसूर शेख उम्र 8 वर्ष, निवासी कलकत्ता, पश्चिम बंगाल बताया । दोनों बच्चों को रेलवे सुरक्षा बल पोस्ट पर लाकर महिला कांस्टेबल निशा की निगरानी में रखा गया । चाइल्ड हेल्पलाइन, प्रयागराज के कर्मचारियों के पहुँचने पर रेलवे सुरक्षा बल, प्रयागराज द्वारा दोनों बच्चों को उनके सुपुर्द कर दिया गया।
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