भ्रष्टाचार की भनक पर हड़कंप : जिलाधिकारी अम्बेडकरनगर का सरप्राइज निरीक्षण
कृषि गोदामों में भ्रष्टाचार की भनक पर हड़कंप, किसानों के साथ तौल-वेरिफिकेशन से मचा बवाल
आनन्दी मेल सवाददाता
अम्बेडकरनगर : उत्तर प्रदेश के अम्बेडकर नगर जिले में आज एक ऐसा दौरा हुआ, जिसने भ्रष्टाचार के साये में छिपे खेल को बाहर ला दिया। जिलाधिकारी अनुपम शुक्ला ने अचानक कृषि गोदामों का औचक निरीक्षण किया और मौके पर ही बोरियों का तौल कराकर हकीकत सामने ला दी।
अकबरपुर, बरधा भिऊरा, सोनगांव और अकबरपुर गोदामों में पहुंचे DM ने न केवल गोदाम प्रबंधकों को पसीना-पसीना कर दिया, बल्कि मौजूद किसानों से सीधे बातचीत कर उनकी परेशानियां भी सुनीं। इस 'धावा' से जिले में हड़कंप मच गया है—क्या यह भ्रष्टाचार पर लगाम कसने की शुरुआत है?सुबह-सुबह बिना किसी पूर्व सूचना के DM शुक्ला अपनी टीम के साथ अकबरपुर कृषि गोदाम पहुंचे। वहां स्टोरेज में रखी धान की बोरियों को एक-एक कर चेक किया गया।
किसानों ने बताया कि कई बार वजन में हेराफेरी की शिकायतें आती रहती हैं, लेकिन आज DM के सामने ही बोरियां तौली गईं। एक किसान ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, "सर ने खुद तौल मशीन पर बोरियां चढ़ाईं। जो कमी निकली, वो सबके सामने आई। अब तो प्रबंधक का चेहरा सफेद पड़ गया!" इसी तरह बरधा भिऊरा गोदाम में चावल के स्टॉक की जांच हुई, जहां कुछ बोरियां अधर में लटक गईं जब वजन पर्ची और वास्तविक भार में फर्क साफ दिखा।सोनगांव गोदाम में बातचीत का दौर चला। DM ने 20 से ज्यादा किसानों से मुलाकात की, उनकी फसल बिक्री की प्रक्रिया,भुगतान में देरी और गोदाम चार्जेस पर सवाल दागे।
एक बुजुर्ग किसान ने गले मिलते हुए कहा, "कई महीनों से शिकायतें कर रहे थे, लेकिन आज पहली बार कोई बड़ा अफसर आया।" निरीक्षण के दौरान DM ने साफ लहजे में निर्देश दिए: "कोई भी अनियमितता बर्दाश्त नहीं होगी। किसान भाई हमारा आधार हैं, उनकी मेहनत का एक दाना भी बर्बाद नहीं होने दूंगा।"
टीम ने गोदाम रजिस्टर चेक किए, जहां कुछ प्रविष्टियां 'संदिग्ध' पाई गईं।इस निरीक्षण से जिले के कृषि विभाग में खलबली मच गई है। सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि प्रबंधकों के खिलाफ तत्काल जांच के आदेश दिए गए हैं। DM शुक्ला ने कहा, "कृषि गोदाम किसानों की संपत्ति हैं। यहां कोई चोरी-चकारी नहीं चलेगी।
अगले हफ्ते और गोदामों का दौरा होगा।" यह घटना तब घटी जब जिला हाल ही में फसल खरीद सीजन के चरम पर है, और किसान पहले से ही नमी, वजन और भुगतान की समस्याओं से जूझ रहे हैं।अम्बेडकर नगर, जो टांडा टेरीकॉट और कृषि उत्पादों के लिए जाना जाता है,
अब प्रशासनिक सख्ती की मिसाल बन सकता है। क्या यह दौरा भ्रष्टाचार के पनपते जाल को तोड़ देगा? या फिर सिर्फ एक फर्जीवा दिखावा साबित होगा? जिले के किसान आशा बांधे हैं कि DM का यह 'ऑपरेशन क्लीन गोदाम' वास्तविक बदलाव लाएगा।
What's Your Reaction?
Like
0
Dislike
0
Love
0
Funny
0
Angry
0
Sad
0
Wow
0