सांस्कृतिक चेतना को बढ़ावा: विवेकानंद इंटर कॉलेज में 'संस्कृति ज्ञान' पुस्तक का विमोचन
विवेकानंद इंटर कॉलेज में 'संस्कृति ज्ञान' पुस्तक का विमोचन, छात्रों को अपनी जड़ों से जुड़ने की प्रेरणा।

अंबेडकर नगर: जिले के विद्युत नगर स्थित विवेकानंद इंटर कॉलेज में विद्या भारती द्वारा संचालित 'संस्कृति ज्ञान' पुस्तक का विमोचन एक भव्य समारोह में किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को भारतीय संस्कृति और मूल्यों से परिचित कराकर उनमें अपनी समृद्ध विरासत के प्रति गौरव की भावना जगाना था। प्रधानाचार्य श्रीमान राम तीरथ यादव के कुशल मार्गदर्शन में आयोजित इस समारोह में कई गणमान्य व्यक्तियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और छात्रों का उत्साह बढ़ाया।
कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती की वंदना और दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई। मुख्य अतिथि के रूप में विवेकानंद सीनियर सेकेंडरी स्कूल, एनटीपीसी के प्रबंधक श्रीमान अखंड प्रताप सिंह और विशिष्ट अतिथि के रूप में खंड संघ संचालक श्रीमान राजकमल, श्रीमान राजेश पाण्डेय, विद्यार्थी पुस्तक केंद्र के श्रीमान रतन अग्रवाल, बाल विद्या मंदिर हकीमपुर के प्रबंधक डॉ. विद्याराम विश्वकर्मा, अभिभावक श्रीमान हृदय राम वर्मा, श्रीमान महेंद्र कुमार और श्रीमान चंद्रमणि मिश्र सहित मातृ संगठन की बहनों और अभिभावकों ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति से कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।
विद्यालय के प्रधानाचार्य ने तिलक और बैज लगाकर तथा अंग वस्त्र भेंट कर सभी अतिथियों का हार्दिक स्वागत किया। इस अवसर पर श्रीमान राजकमल ने 'संस्कृति ज्ञान' पुस्तक की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह पुस्तक छात्रों को अपनी संस्कृति से जोड़ने और उसके विभिन्न पहलुओं को समझने में मदद करेगी। डॉ. विद्याराम विश्वकर्मा ने अपने संबोधन में छात्रों को अपनी जड़ों से जुड़े रहने और अपनी संस्कृति का सम्मान करने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि आधुनिकता की दौड़ में अपनी पहचान बनाए रखना अत्यंत आवश्यक है, और यह तभी संभव है जब हम अपनी संस्कृति और नैतिक मूल्यों को समझेंगे।
मुख्य अतिथि श्रीमान अखंड प्रताप सिंह ने अपने प्रेरणादायी उद्बोधन में कहा कि हमें अपने भविष्य को उज्ज्वल बनाने के लिए वर्तमान में पूरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ कार्य करना चाहिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि आज किया गया हर प्रयास आने वाले समय में निश्चित रूप से सकारात्मक परिणाम देगा। उनके इस संदेश ने सभी छात्रों और शिक्षकों को अपने-अपने कर्तव्यों के प्रति और अधिक समर्पित होने के लिए प्रेरित किया।
उद्बोधन के पश्चात, उपस्थित सभी अतिथियों के कर कमलों द्वारा 'संस्कृति ज्ञान' पुस्तक का विमोचन किया गया। यह क्षण छात्रों और शिक्षकों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण था, क्योंकि यह सिर्फ एक पुस्तक का विमोचन नहीं, बल्कि ज्ञान और संस्कृति के नए अध्याय की शुरुआत थी। इस अवसर पर विद्यालय के सभी आचार्य-आचार्या बहनें और भैया-बहन उपस्थित रहे, जिन्होंने इस सांस्कृतिक पहल का गर्मजोशी से स्वागत किया।
इस कार्यक्रम का सफल आयोजन यह दर्शाता है कि विवेकानंद इंटर कॉलेज न केवल अकादमिक उत्कृष्टता पर ध्यान केंद्रित करता है, बल्कि छात्रों को नैतिक और सांस्कृतिक रूप से भी सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। 'संस्कृति ज्ञान' पुस्तक छात्रों को भारतीय सभ्यता और मूल्यों की गहरी समझ विकसित करने में एक महत्वपूर्ण उपकरण साबित होगी, जिससे वे एक जिम्मेदार और जागरूक नागरिक बन सकेंगे।
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