प्रयागराज में समाधान दिवस का आयोजन: 169 में से 43 शिकायतों का हुआ निस्तारण

प्रयागराज : जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा की अध्यक्षता में सोमवार को तहसील सदर में संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया। इस दौरान कुल 169 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें से 43 का मौके पर ही समाधान कर दिया गया।
मुख्य बातें : जमीनी जांच पर जोर: जिलाधिकारी ने राजस्व, पुलिस और अन्य विभागों के अधिकारियों को शिकायतों की जमीनी स्तर पर जांच करने और उनका गुणवत्तापूर्ण निस्तारण सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि शिकायतों के समाधान में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
फीडबैक भी लिया जाएगा: जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि शिकायतकर्ताओं से फीडबैक भी लिया जाए ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वे समाधान से संतुष्ट हैं।
अवैध कब्जों पर सख्ती: वरासत और अवैध कब्जों से संबंधित शिकायतों का प्राथमिकता से निस्तारण करने के निर्देश दिए गए। चकमार्गों को अवैध कब्जों से मुक्त कराने पर भी जोर दिया गया।
लापरवाही पर कार्रवाई: दो लेखपालों को लापरवाही के लिए प्रतिकूल प्रविष्टि (adverse entry) दी गई। एक लेखपाल (महेंद्र प्रताप सिंह) को एक लंबित पत्रावली पर रिपोर्ट न लगाने के लिए, और दूसरे (महेश मिश्रा) को वरासत के मामलों में लापरवाही बरतने के लिए दंडित किया गया।
प्रमुख मामले: भूमि विवाद: एक शिकायतकर्ता बबीता देवी की जमीन पर भू-माफिया द्वारा जबरन कब्जे की शिकायत पर, जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी सदर और एसीपी को संयुक्त जांच के निर्देश दिए।
लाइसेंस का आवेदन: विनय कुमार तिवारी के वरासत लाइसेंस के लंबित आवेदन पर अपर जिलाधिकारी (नगर) को नियमानुसार कार्रवाई करने को कहा गया।
समय सीमा का पालन: जिलाधिकारी ने शेष 126 शिकायतों को निर्धारित समय सीमा के भीतर गुणवत्तापूर्ण तरीके से निपटाने का निर्देश दिया।
इस अवसर पर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट अनिमेष वर्मा, उपजिलाधिकारी सदर अभिषेक सिंह, तहसीलदार सदर और अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
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