लखनऊ में शुरू हुआ मास्टर ट्रेनर्स प्रशिक्षण, आपदा प्रबंधन में बनेंगे 'फर्स्ट रिस्पांडर'
लखनऊ में नागरिक सुरक्षा के मास्टर ट्रेनर्स का प्रशिक्षण शुरू हुआ, जिसका उद्देश्य आपदा प्रबंधन के लिए प्रशिक्षित 'फर्स्ट रिस्पांडर' तैयार करना है।

अपने संबोधन में प्रमुख सचिव संयुक्ता समद्दार ने नागरिक सुरक्षा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह मुख्य रूप से स्वयंसेवकों का एक संगठन है, जो देश सेवा के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान परिदृश्य में नागरिक सुरक्षा की जरूरत काफी बढ़ गई है, इसलिए केंद्र और राज्य सरकार दोनों ही इसके सुदृढ़ीकरण पर विशेष ध्यान दे रही हैं। उन्होंने बताया कि इस प्रशिक्षण से स्वयंसेवकों को विभिन्न आपदाओं में कुशलता से काम करने में मदद मिलेगी। यहां प्रशिक्षित होने वाले ये मास्टर ट्रेनर अपने-अपने जिलों में जाकर अन्य लोगों को भी प्रशिक्षित करेंगे, जिससे 'फर्स्ट रिस्पांडर' की एक बड़ी टीम तैयार होगी।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि और पुलिस महानिदेशक, नागरिक सुरक्षा, अभय कुमार प्रसाद ने भी प्रशिक्षणार्थियों को संबोधित किया। उन्होंने नागरिक सुरक्षा के सभी पदाधिकारियों को वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए हमेशा सतर्क रहने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि आपदा की किसी भी स्थिति में सामान्य जनता को प्रशिक्षित और आत्मनिर्भर बनाना बेहद जरूरी है। अभय कुमार प्रसाद ने पूरे प्रदेश में नागरिक सुरक्षा विभाग खोलने के लिए मुख्यमंत्री का विशेष आभार भी व्यक्त किया।
विशेष सचिव, नागरिक सुरक्षा, मनोज कुमार राय ने बताया कि मुख्यमंत्री के आदेश के अनुसार, प्रदेश के सभी जिलों में नागरिक सुरक्षा का गठन हो चुका है और पदों का सृजन भी किया गया है। उन्होंने कहा कि निकट भविष्य में इस विभाग को पूरे प्रदेश में विस्तार दिया जाएगा। मनोज कुमार राय ने प्रशिक्षण की जरूरत पर जोर देते हुए यह भी घोषणा की कि केंद्रीय नागरिक सुरक्षा प्रशिक्षण संस्थान को और अधिक सुविधाएं देकर इसे उत्तर और पूर्वी भारत का 'सेंटर ऑफ एक्सीलेंस' बनाया जाएगा। वर्तमान में चल रहे प्रशिक्षण में उत्तराखंड के प्रशिक्षार्थी भी हिस्सा ले रहे हैं, जो इस संस्थान की बढ़ती पहुंच को दर्शाता है।
कार्यक्रम के अंत में, केंद्रीय नागरिक सुरक्षा प्रशिक्षण संस्थान की कमांडेंट नीता यादव ने सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन किया। इस कार्यक्रम में मनोज कुमार राय, कनिष्ठ स्टाफ अफसर सुमित मौर्य, वरिष्ठ सहायक उपनियंत्रक योगेश कुमार, ओंकार शर्मा, राकेश कुमार मिश्रा और स्टाफ ऑफिसर ऋतुराज रस्तोगी भी उपस्थित रहे। यह पहल आपदा प्रबंधन को मजबूत करने और जनता को किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
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