विश्व सिंधी पकौड़ा महोत्सव में युवाओं को सभ्यता से जोड़ा गया
कानपुर में विश्व पकौड़ा महोत्सव के जरिए सिंधी युवाओं को सभ्यता और सनातन संस्कृति से जोड़ने की अनूठी पहल

कार्यक्रम में विशेष रूप से पुरानी सिंधी धरोहरों की प्रदर्शनी ने सबका ध्यान खींचा। इसे देखकर बुज़ुर्गों को जहां अतीत की यादें ताज़ा हुईं, वहीं युवाओं के लिए यह एक ज्ञानवर्धक अनुभव रहा। यह प्रदर्शनी राजेश तनवानी और हितेश अशराफ द्वारा लगाई गई थी। राजेश ने बताया कि उन्हें ‘Unburdened Memories’ नामक पुस्तक से प्रेरणा मिली, जिसके बाद उन्होंने धरोहरों को संरक्षित करने और प्रदर्शित करने का कार्य शुरू किया।
कार्यक्रम में मेहमानों की शिरकत भी उल्लेखनीय रही। राज्य मंत्री अजीत सिंह पाल, सांसद रमेश अवस्थी, महापौर प्रमिला पांडे, विधायक सुरेंद्र मैथानी समेत कई जनप्रतिनिधियों और समाजसेवियों ने उपस्थिति दर्ज की। सबने इस अनूठे महोत्सव की सराहना की और समाज के युवाओं को अपनी संस्कृति से जोड़े रखने के प्रयास को प्रेरणादायक बताया।
निधि राजपाल और उनकी बेटी ने आयोजन में सक्रिय भूमिका निभाई। उन्होंने बताया कि आज की युवा पीढ़ी पश्चिमी प्रभाव की ओर झुक रही है। ऐसे में खान-पान और संस्कृति के माध्यम से उन्हें अपनी जड़ों से जोड़ना ही कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है।
महोत्सव में पकौड़ों की विभिन्न वैरायटी के साथ-साथ सिंधी व्यंजनों के पारंपरिक स्टॉल भी लगाए गए, जो सबके आकर्षण का केंद्र बने। लोगों ने चटखारे लेकर स्वाद का आनंद लिया और सांस्कृतिक संवाद को भी आगे बढ़ाया।
कार्यक्रम में चंद्रभान मोहनानी, सतीश सोचलानी, मनोज आडवाणी, सीताराम खत्री, मुकेश आहुजा सहित समाज के अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित रहे।
What's Your Reaction?






