कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पर दर्ज मुकदमा वापस लेने की मांग तेज़
अजय राय पर मुकदमे की वापसी की मांग को लेकर अंबेडकरनगर कांग्रेस ने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा, कार्रवाई को बताया दमनात्मक

अंबेडकरनगर : उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और पूर्व मंत्री अजय राय पर वाराणसी के सिगरा थाने में दर्ज एफआईआर को लेकर प्रदेशभर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं में रोष व्याप्त है। इसी क्रम में अंबेडकरनगर जिला कांग्रेस कमेटी ने एक आक्रामक मोर्चा खोलते हुए, मुकदमा वापस लेने की मांग को लेकर राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन नायब तहसीलदार राजकपूर पाण्डेय को सौंपा।
जिला कांग्रेस अध्यक्ष कृष्ण कुमार यादव ने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश सरकार जनहित के मुद्दों को उठाने वालों पर दमनात्मक कार्रवाई कर रही है। उन्होंने कहा,
“10 जुलाई को कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय वाराणसी में जलभराव, जाम, सीवर संकट, रोपवे विवाद और कांवर यात्रियों की समस्याओं को उजागर करने के लिए 'पोल खोल पदयात्रा' निकाल रहे थे। यह जनता की आवाज़ थी, न कि कोई अपराध।”
यादव ने कहा कि इस लोकतांत्रिक विरोध को लेकर प्रदेश सरकार ने सिगरा थाने में अजय राय समेत वाराणसी जिला एवं शहर अध्यक्षों तथा अन्य 10 कांग्रेसजनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। उन्होंने इस कार्रवाई को ‘राजनीतिक प्रतिशोध’ बताया और कहा कि यह प्रदेश सरकार की विफलताओं को छुपाने का प्रयास है।
ज्ञापन सौंपने वाले प्रमुख कांग्रेस नेता:
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पूर्व जिला अध्यक्ष राम कुमार पाल ने कहा,
“कांग्रेस पार्टी योगी सरकार के इस अनुचित और दमनकारी रुख का पुरजोर विरोध करती है। यह लोकतंत्र की आत्मा पर चोट है।”
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मीडिया प्रभारी अवधेश कुमार मिश्र ‘बब्लू’ ने बताया कि पार्टी नेतृत्व के निर्देश पर यह ज्ञापन राज्यपाल को भेजा गया, ताकि वे संवैधानिक दायित्वों का निर्वहन करते हुए मुकदमा वापस लेने का निर्देश दें।
ज्ञापन सौंपने वालों में प्रमुख नाम:
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उदयभान मिश्र "राजबहादुर" (जिला उपाध्यक्ष)
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गुलाम रसूल "छोटू",
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अख्तर ज़माल अंसारी (विधि प्रकोष्ठ अध्यक्ष)
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सै ऐतबार हुसैन "अककन" (जिला महासचिव)
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नंद कुमार गुप्ता "दद्दू",
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हेमंत यादव (युवा कांग्रेस अध्यक्ष),
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दिनेश कुमार दूबे,
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अशोक सत्यार्थी,
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राम नरेश पाल,
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अयोध्या पटेल,
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शैलेश सैनी,
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पवन प्रजापति,
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बृजेश कुमार,
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सुनील कुमार सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।
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