भारतीय दूतावासों ने दुनियाभर में मनाया राष्ट्रीय हथकरघा दिवस
दुनियाभर में भारतीय दूतावासों ने राष्ट्रीय हथकरघा दिवस को धूमधाम से मनाया, जिसमें भारतीय वस्त्र विरासत और बुनकरों के योगदान का सम्मान किया गया।

नई दिल्ली: भारत की समृद्ध वस्त्र विरासत और देश के बुनकरों व कारीगरों के अमूल्य योगदान का सम्मान करते हुए, दुनिया भर में स्थित भारतीय दूतावासों ने राष्ट्रीय हथकरघा (हैंडलूम) दिवस को बड़े उत्साह के साथ मनाया। इन आयोजनों में पारंपरिक बुनाई, जीवंत वस्त्रों और भारतीय शिल्प कौशल की कालातीत विरासत को प्रदर्शित किया गया, जिसने विदेशी धरती पर भारत की सांस्कृतिक पहचान को और मजबूत किया।
सूरीनाम में भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया पर बताया कि उनके यहाँ भारत के विभिन्न हिस्सों से लाए गए हथकरघा उत्पादों का प्रदर्शन किया गया, जिसके बाद प्रवासी भारतीयों द्वारा एक फैशन शो भी आयोजित किया गया। इस फैशन शो में भारतीय हथकरघा की सुंदरता और भव्यता को बखूबी दर्शाया गया।
सांस्कृतिक आदान-प्रदान और योग के साथ आयोजन
ग्वाटेमाला स्थित भारतीय दूतावास ने एक अनूठा कार्यक्रम आयोजित किया, जहाँ भारतीय और ग्वाटेमाला की हथकरघा परंपराओं का मिश्रण देखने को मिला। इस आयोजन में दोनों देशों की उत्कृष्ट कृतियों का प्रदर्शन किया गया, जो विरासत और स्थिरता के साझा मूल्यों को उजागर करता है। वहीं, गुयाना में भारतीय उच्चायोग ने रक्षा बंधन और राष्ट्रीय हथकरघा दिवस के अवसर पर भरतनाट्यम प्रस्तुति का आयोजन किया।
ब्राजील में भारतीय दूतावास ने ब्राजीलियाई योग साधकों के साथ मिलकर इस दिन को मनाया, जिसने भारत की वस्त्र विरासत को स्वास्थ्य की भावना से जोड़ा। हैम्बर्ग स्थित भारतीय महावाणिज्य दूतावास ने भी पाटन पटोला और चिकनकारी जैसे प्रसिद्ध भारतीय हथकरघा उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई, और उनके सांस्कृतिक महत्व पर चर्चा की।
रियाद स्थित भारतीय दूतावास ने एक वीडियो क्लिप जारी करते हुए कहा कि दूतावास परिसर में राष्ट्रीय हथकरघा दिवस का जश्न मनाया गया, जिसमें हमारे बुनकरों और कारीगरों के अमूल्य योगदान का सम्मान किया गया। इन सभी आयोजनों ने भारतीय हस्तशिल्प और बुनकरों के महत्व को वैश्विक स्तर पर एक नई पहचान दी है।
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