कटान से जूझ रहे माझा कम्हरिया में तीसरे दिन भी अनशन जारी
माझा कम्हरिया में कटान रोकने की मांग पर कांग्रेस और ग्रामीणों का तीसरे दिन भी अनशन, समाधान तक जारी रहेगा

अम्बेडकरनगर। माझा कम्हरिया गांव में सरयू नदी की कटान से परेशान ग्रामीणों और जिला कांग्रेस कमेटी के नेताओं का अनशन मंगलवार को तीसरे दिन भी जारी रहा। इस आंदोलन का नेतृत्व कर रहे कांग्रेस जिलाध्यक्ष कृष्ण कुमार यादव ने साफ कहा है कि “हम राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के अनुयायी हैं, जब तक कटान का स्थायी समाधान नहीं होता, तब तक सत्याग्रह और अनशन जारी रहेगा।”
उन्होंने कहा कि शासन-प्रशासन की कुंभकर्णी नींद को तोड़ने के लिए यह शांतिपूर्ण आंदोलन जरूरी है। “हम न धूप की गर्मी से डरते हैं, न बारिश की बूंदों से। जब तक गांव और किसानों की ज़मीन को बचाने की गारंटी नहीं मिलती, तब तक हम पीछे हटने वाले नहीं हैं।”
सरयू नदी की निरंतर कटान से गांव की कृषि योग्य भूमि, मकान और जनजीवन पर गंभीर खतरा बना हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि वे कई बार प्रशासन को ज्ञापन दे चुके हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
अनशन स्थल पर जिला कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता अवधेश कुमार मिश्र 'बब्लू' ने बताया कि कांग्रेस और ग्रामीणों ने सरयू नदी में जाकर संकल्प लिया है कि समाधान मिलने तक आंदोलन जारी रहेगा।
अनशन में अनुसूचित जाति विभाग के जिलाध्यक्ष डॉ. आर.पी. कौशल, पूर्व प्रत्याशी सत्यमवदा पासवान, अशोक सत्यार्थी, कुलदीप उपाध्याय, राजीव गुप्ता, कपिल देव बारी, अजय पासवान, अबू सहमा, निशा, राम नरेश पाल, सत्य प्रकाश दूबे, इम्तियाज, राजपत पटेल, दूधनाथ पाण्डेय, रविषेक यादव 'नितिन', राजमणि वर्मा और कई अन्य कांग्रेस कार्यकर्ता व ग्रामीण मौजूद रहे।
ग्रामीणों का सीधा आरोप है कि हर साल बाढ़ और कटान से उनकी संपत्ति खत्म हो रही है, लेकिन स्थायी बांध या सुरक्षा दीवार जैसी व्यवस्था अब तक नहीं की गई है। उनका कहना है कि यदि जल्द कोई कार्यवाही नहीं हुई, तो आंदोलन को जिला मुख्यालय तक ले जाया जाएगा।
इस आंदोलन ने न सिर्फ स्थानीय प्रशासन बल्कि सरकार के विकास के दावों पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना यह है कि प्रशासन इस जनआंदोलन पर कितनी तत्परता से संज्ञान लेता है और क्या कोई स्थायी समाधान सामने आता है या नहीं।
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