केजीएमयू में कार्डियक लाइफ सपोर्ट वर्कशॉप: डॉक्टर्स ने सीखे जीवन बचाने के गुर

केजीएमयू में कार्डियक जागरूकता पर कार्यशाला, जिसमें छात्रों और डॉक्टरों ने CPR तकनीक का प्रशिक्षण लिया।

Aug 17, 2025 - 21:43
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केजीएमयू में कार्डियक लाइफ सपोर्ट वर्कशॉप: डॉक्टर्स ने सीखे जीवन बचाने के गुर

लखनऊ : रविवार को किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) के शताब्दी अस्पताल में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) की इकाई द्वारा आयोजित BCLS (Basic Cardiac Life Support) कार्यशाला का सफल समापन हुआ। इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य मेडिकल छात्रों और डॉक्टरों को हृदय संबंधी आपात स्थितियों में जीवन बचाने वाली तकनीकों, विशेषकर CPR (Cardiopulmonary Resuscitation), के बारे में प्रशिक्षित करना था।

यह कार्यशाला MED & SPARK North Zonal Conclave के एक महत्वपूर्ण हिस्से के रूप में आयोजित की गई थी। विशेषज्ञों, डॉ. विनीता द्विवेदी और डॉ. अवधेश द्विवेदी, ने इस सत्र का नेतृत्व किया, जिसमें उन्होंने पहले विषय के सैद्धांतिक पहलुओं को विस्तार से समझाया। उन्होंने प्रतिभागियों को हृदय संबंधी आपातकाल में उठाए जाने वाले हर कदम के बारे में जानकारी दी। इसके बाद, उन्होंने CPR और अन्य जीवन रक्षक तकनीकों का लाइव प्रदर्शन करते हुए प्रायोगिक प्रशिक्षण दिया। इस दोहरे दृष्टिकोण से छात्रों को विषय की गहरी समझ मिली और उन्होंने व्यवहारिक अभ्यास से आत्मविश्वास प्राप्त किया।

इस अवसर पर, मैक्स हॉस्पिटल, लखनऊ के वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ, डॉ. विशाल श्रीवास्तव ने "कार्डियक जागरूकता और CPR का जीवन-रक्षक महत्व" विषय पर एक विशेष सत्र लिया। उन्होंने अपने व्यापक अनुभव को साझा करते हुए बताया कि आज के समय में हृदय रोग तेजी से बढ़ रहे हैं और कार्डियक इमरजेंसी की स्थिति में, समय पर कार्रवाई करना सबसे महत्वपूर्ण है। डॉ. श्रीवास्तव ने जोर देकर कहा कि अचानक कार्डियक अरेस्ट की स्थिति में, CPR का समय पर उपयोग मरीज की जान बचाने में निर्णायक साबित हो सकता है।

डॉ. श्रीवास्तव ने यह भी बताया कि CPR का ज्ञान केवल डॉक्टरों तक ही सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि इसे आम जनता तक भी पहुँचाना आवश्यक है। उनका मानना था कि यदि आम लोगों को भी CPR का प्रशिक्षण दिया जाए, तो आपातकालीन स्थितियों में तुरंत सहायता प्रदान की जा सकती है, जिससे कई लोगों की जान बचाई जा सकेगी।

आयोजन समिति ने इस प्रभावी प्रशिक्षण और मार्गदर्शन के लिए डॉ. विनीता द्विवेदी, डॉ. अवधेश द्विवेदी (आयुष विभाग), और डॉ. विशाल श्रीवास्तव को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। कार्यशाला के आयोजन में डॉ. सुनील यादव, फार्मेसी ऑफिसर, सिविल हॉस्पिटल, खुशी फाउंडेशन और मैक्स हॉस्पिटल ने भी महत्वपूर्ण योगदान दिया।

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