हापुड़ एसपी ने किया फर्जी लूट का भंडाफोड़: व्यापारी ने ही रची थी 20 लाख की साजिश
हापुड़ में 20 लाख की फर्जी लूट का खुलासा, पुलिस ने मास्टरमाइंड व्यापारी और उसके साथी को गिरफ्तार किया।

एसपी ज्ञानंजय सिंह ने बताया कि 112 नंबर पर लूट की जानकारी देने वाला व्यक्ति साबिर ही इस पूरे मामले का मास्टरमाइंड निकला। साबिर ने अपने साथी व्यापारी को धोखा देने और उसका लाखों का माल हड़पने की योजना बनाई थी। इस साजिश को अंजाम देने के लिए उसने अपने कुछ अन्य साथियों को भी शामिल किया। पुलिस को शुरुआत में यह मामला एक सामान्य लूट का लग रहा था, लेकिन गहराई से जांच करने पर कहानी में कई विरोधाभास सामने आए।
पुलिस की टीम ने इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस और मुखबिरों की मदद से इस मामले की परतें खोलनी शुरू कीं। जल्द ही पुलिस को पता चला कि यह लूट की घटना नहीं, बल्कि एक सुनियोजित साजिश थी। पुलिस ने जब मास्टरमाइंड साबिर से कड़ी पूछताछ की, तो उसने आखिरकार सच कबूल कर लिया। उसने बताया कि उसने अपने साथी का माल हड़पने के लिए अपने ही लोगों से फर्जी लूट कराई थी।
पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए मुख्य आरोपी साबिर और उसके एक साथी शादाब को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने लूटे गए 111 कीमती शाल बरामद कर लिए हैं, जिनकी अनुमानित कीमत 20 लाख रुपए बताई जा रही है। इसके अलावा, पुलिस ने उनके पास से लूट की घटना में इस्तेमाल की गई कार, तमंचे और कारतूस भी बरामद किए हैं। यह गिरफ्तारी पुलिस की सतर्कता और पेशेवर जांच का परिणाम है।
इस घटना में शामिल तीन अन्य आरोपी अभी फरार हैं, जिनकी तलाश में पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। एसपी ज्ञानंजय सिंह ने भरोसा दिलाया है कि फरार आरोपियों को भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा और उन्हें कानून के दायरे में लाया जाएगा। इस खुलासे से न केवल पुलिस की कार्यप्रणाली पर जनता का विश्वास बढ़ा है, बल्कि यह भी साबित होता है कि अपराधी कितनी भी शातिराना चाल चलें, कानून के हाथों से बच नहीं सकते।
यह मामला व्यापारियों के बीच भी चर्चा का विषय बन गया है, और इसने व्यापारिक संबंधों में विश्वास और ईमानदारी की महत्ता को एक बार फिर उजागर किया है। पुलिस का यह सफल ऑपरेशन एक चेतावनी भी है कि किसी भी प्रकार की आपराधिक गतिविधि, चाहे वह कितनी भी चतुराई से की गई हो, पुलिस की पैनी नजर से बच नहीं सकती।
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