इलाहाबाद विश्वविद्यालय में 79वें स्वतंत्रता दिवस का जश्न, कुलपति ने किया ध्वजारोहण और टी-55 टैंक का अनावरण
इलाहाबाद विश्वविद्यालय में 79वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में कुलपति ने ध्वजारोहण कर टी-55 टैंक का अनावरण किया।

प्रयागराज : इलाहाबाद विश्वविद्यालय (इविवि) में शुक्रवार को 79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर एक प्रेरणादायक समारोह का आयोजन किया गया। इस समारोह का नेतृत्व विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव ने किया, जिन्होंने परिसर में राष्ट्रीय ध्वज फहराया। इस अवसर पर देशभक्ति का माहौल साफ तौर पर महसूस किया जा रहा था।
ध्वजारोहण के बाद, राष्ट्रीय गान गाया गया और एनसीसी कैडेट्स ने एक शानदार परेड प्रस्तुत की, जिसने सभी उपस्थित लोगों में गर्व की भावना भर दी। इसके बाद, समारोह का एक और महत्वपूर्ण हिस्सा हुआ, जब कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव ने विश्वविद्यालय के विज्ञान संकाय में स्थापित किए गए टी-55 टैंक का लोकार्पण किया। यह टैंक भारतीय सेना द्वारा इविवि को राष्ट्र-निर्माण और सैन्य इतिहास के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से प्रदान किया गया है। यह टैंक न केवल एक सैन्य उपकरण है, बल्कि यह देश की रक्षा में भारतीय सेना के अदम्य साहस और बलिदान का प्रतीक भी है।
अपने संबोधन में, कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव ने सभी शिक्षकों, कर्मचारियों और छात्रों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने सभी से आह्वान किया कि वे केवल आजादी का जश्न न मनाएं, बल्कि इस पर भी चिंतन करें कि वे किस प्रकार देश के विकास में अपना रचनात्मक योगदान दे सकते हैं। प्रो. श्रीवास्तव ने कहा कि शैक्षिक संस्थान नवीन सोच और विचारों को जन्म देने वाले स्थान हैं, और यहां के हर व्यक्ति को अपनी अनूठी क्षमताओं का उपयोग करके देश को प्रगति के पथ पर ले जाना चाहिए। उनका यह संदेश न केवल छात्रों के लिए था, बल्कि यह शिक्षकों और कर्मचारियों को भी अपने-अपने क्षेत्रों में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए प्रेरित करता था।
इस अवसर पर, विश्वविद्यालय के कई प्रमुख अधिकारी और फैकल्टी सदस्य उपस्थित थे, जिनमें रजिस्ट्रार प्रो. आशीष खरे, डीन कॉलेज डेवलपमेंट प्रो. एनके शुक्ल, विज्ञान संकाय के डीन प्रो. एसआई रिजवी, अन्य संकायाध्यक्ष और विभागाध्यक्ष शामिल थे। सभी ने मिलकर राष्ट्र के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया।
यह समारोह केवल एक औपचारिक आयोजन नहीं था, बल्कि यह विश्वविद्यालय समुदाय के लिए एक मजबूत संदेश था कि शिक्षा, अनुशासन और राष्ट्रवाद का संगम ही किसी भी देश को महान बनाता है। टी-55 टैंक का अनावरण एक स्थायी प्रेरणा के रूप में कार्य करेगा, जो छात्रों को देश की सेवा के लिए प्रेरित करेगा।
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