"सावन की कविताओं में रचा-बसा सृजन सम्मान: बलवंत सिंह व आलोक रावत हुए सम्मानित"

(यश सैनी)
इस अवसर पर प्रो. बलवंत सिंह को सृजन उर्दू सम्मान और श्री आलोक रावत को सृजन हिंदी सम्मान से अलंकृत किया गया। सम्मान समारोह में भ्रमर बैसवारी, हसीब सिद्दीकी, सर्वेश अस्थाना और शिवशरण सिंह ने संयुक्त रूप से सम्मान प्रदान किए।
कार्यक्रम का संयोजन और संचालन अनुराग मिश्र ने किया जबकि अध्यक्षता भ्रमर बैसवारी ने की। कुलदीप शुक्ल की सुमधुर वाणी वंदना से कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ।
इसके बाद आरंभ हुआ सावन विशेष कवि सम्मेलन, जिसमें लगभग 50 कवियों ने अपनी काव्यधारा से श्रोताओं को भावविभोर कर दिया। शिवभजन कमलेश, रेनु वर्मा, राजीव वत्सल, अरविंद झा, विजय तन्हा, निधि बाजपेई, प्रतिभा श्रीवास्तव, प्रमोद श्रीवास्तव, मधु पाठक, पारस श्रीवास्तव, प्रो. जहाँआरा, कैलाश त्रिपाठी, योगी योगेश शुक्ल, सुभाष चंद्र रसिया, वीरेंद्र प्रहरी, सुरभि सिंह, दिव्या शुक्ला, नीलेश ज्वाला, राजेश राज, गोपाल ठहाका, रश्मि श्रीवास्तव, अमन सोनी, निर्भय निश्छल और कीर्ति वाणी जैसे प्रतिभाशाली रचनाकारों ने सावन पर केंद्रित अपनी उत्कृष्ट रचनाएं प्रस्तुत कीं।
कार्यक्रम का उद्देश्य न केवल साहित्य को मंच देना था, बल्कि नवोदित और वरिष्ठ रचनाकारों को एक साथ जोड़कर साहित्यिक सौहार्द को और मजबूत करना भी था। सृजन सम्मान समारोह और कवि सम्मेलन दोनों ही आयोजनों ने साहित्यिक रसिकों को एक यादगार शाम दी।
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