उत्तर प्रदेश में Labup सेवाओं का विस्तार डॉ. अमित कुमार

कानपुर : बड़ा चौराहा स्थित केयर हॉस्पिटल कानपुर में ऐतिहासिक उपलब्धि मिली है। पहली बार में (लैबअप) लेफ्ट बंडल ब्रांच एरिया पेसिंग की प्रक्रिया सफलतापूर्वक सम्पन्न हुई। यह तकनीक कार्डियक पेसिंग में एक क्रांतिकारी परिवर्तन है और हदय रोग उपचार में एक नई दिशा का सूत्रपात भी है।
केयर हॉस्पिटल के हदय रोग विभाग के डॉ अमित कुमार ने बताया कि उत्तर प्रदेश में लैबअप सेवाओं का विस्तार अभी शुरू हुआ है। कानपुर का यह पहला केस इस क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो सकता है। अभी तक कोई अधिकारिक आंकडो या रिपोर्ट्स उपलब्ध नही है कि पूरे राज्य में कितने लैबअप मामलो का संचालन हुआ है। उन्होंने बताया कि लैबअप की सफलता केवल एक चिकित्सा उपलब्धि नही बल्कि पूरे बुंदेलखण्ड और आस पास के क्षेत्रो में अत्याधुनिक हदय उपचार की सुविधा उपलब्ध कराने का एक अहम कदम है।
क्या है लैबअप
लैबअप एक अत्याधुनिक प्राकृतिक पेसिंग तकनीक है जिससे हदय की विद्युत प्रणाली को सीधे उनके प्राकृतिक कंडक्शन पथ से उत्तेजित किया जाता है। यह हदय की धड़कन को अधिक सवाभाविक एवं तालबद्ध बनाती है।
लैबअप के फायदे
लैबअप से हदय की घड़कन में बेहतर तालमेल, क्यूआरएस अवधि में कमी , जिससे पंपिंग क्षमता में सुधाार होना, लम्बे समय से हार्ट फेलियर के जोखिम में कमी, सीआरटी की तुलना में अधिक व्यापक लाभ क्यो कि यह पूरी प्रणाली का उपयोग करता है न कि केवल सीमित लीड्स पर निभर रहता है।
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