स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए जिलाधिकारी ने दिए कड़े निर्देश
जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य सेवाओं के सुधार के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए, टीकाकरण, टीबी उन्मूलन एवं कार्य प्रदर्शन पर जोर।

अंबेडकरनगर : कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी श्री अनुपम शुक्ला की अध्यक्षता में 30 जुलाई 2025 को जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में स्वास्थ्य विभाग से जुड़े विभिन्न मुद्दों एवं सेवाओं के सुधार के बारे में विस्तृत चर्चा की गई।
बैठक की शुरुआत में, जिलाधिकारी ने टीकाकरण की प्रगति को असंतोषजनक बताते हुए आवश्यक सुधार लाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा, "स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता और पहुंच को सुनिश्चित करने के लिए सभी सीएचओ को अपने ड्यूटी स्थल (आरोग्य मंदिर) में नियमित उपस्थिति दर्ज करने की आवश्यकता है।" इसके अलावा, ग्राम प्रधान, सचिव, लेखपाल और पंचायत सहायक द्वारा उपस्थिति का सत्यापन भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। अनुपस्थित रहने पर "नो वर्क नो पे" के नियम का सख्ती से पालन किया जाएगा और सीएचओ का वेतन जिलाधिकारी के अनुमोदन के बाद ही जारी किया जाएगा।
सीएचओ और आशा कार्यकर्ताओं की कार्य की निगरानी के लिए सभी एमओआईसी को नियमित मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए गए। जिन सीएचओ और आशा कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन असंतोषजनक पाया जाएगा, उन्हें तीन बार नोटिस दिए जाएंगे और सुधार न होने पर नियमानुसार बर्खास्तगी की प्रक्रिया अपनाई जाएगी।
बैठक में टीबी उन्मूलन कार्यों की समीक्षा भी की गई। जिलाधिकारी ने सक्रिय रोगियों की पहचान, उनकी बेहतर उपचार और सहायता राशि के समय पर भुगतान पर जोर दिया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी को टीबी रोगियों के उपचार की नियमित निगरानी के निर्देश दिए गए, ताकि उन्हें समय पर सेवाएं मिल सकें।
इसके अलावा, सभी राष्ट्रीय कार्यक्रमों की भी समीक्षा की गई। टांडा और जलालपुर के एमओआईसी द्वारा खराब प्रदर्शन के कारण उनके वेतन को अगले आदेश तक रोकने के निर्देश दिए गए। जिलाधिकारी ने कहा कि कार्य में शीघ्र सुधार लाना आवश्यक है, अन्यथा शासन को पत्राचार किया जाएगा।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी आनंद कुमार शुक्ला, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संजय कुमार शैवाल, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक पी एन यादव, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संजय कुमार, डॉ आशुतोष सिंह सहित संबंधित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।
जिलाधिकारी अनुपम शुक्ला ने सभी अधिकारियों से स्वास्थ्य सेवाओं में गुणवत्ता, पारदर्शिता एवं समयबद्धता सुनिश्चित करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं का बेहतर प्रबंधन ही समाज के स्वास्थ्य को सशक्त बनाने का मार्ग है। इस प्रकार की बैठकें और संवाद निश्चित रूप से विभाग के कार्यों में सुधार लाएंगे और नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने में सहायक होंगे।
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