चार साल में छह लाख का आंकड़ा पार, टाटा पंच बनी भारत की सबसे तेज़ बिकने वाली एसयूवी
टाटा पंच ने 4 साल से पहले 6 लाख यूनिट बेचकर SUV सेगमेंट में नया कीर्तिमान रचा, भारत में बनी पहली पसंद।

टाटा मोटर्स ने इस कामयाबी को 'इंडिया की एसयूवी' कैम्पेन के ज़रिए ग्राहकों के साथ मिलकर जश्न के रूप में मनाया, जो इस सफलता के असली भागीदार हैं। खास बात यह है कि पंच की बिक्री में अकेले उत्तर प्रदेश का योगदान 8% रहा है, जो राज्य के तेजी से विकसित हो रहे उपभोक्ता बाजार को दर्शाता है।
पंच की शुरुआत अक्टूबर 2021 में उस सोच के साथ की गई थी कि देश के हर नागरिक को एसयूवी जैसी सुविधा, सुरक्षा और स्टाइल का अनुभव मिल सके। यह भारत की पहली सब-कॉम्पैक्ट एसयूवी के रूप में उभरी, और धीरे-धीरे महानगरों से लेकर गांवों तक हर वर्ग के ग्राहकों की पहली पसंद बन गई।
2024 में पंच देश की सबसे ज्यादा बिकने वाली कार बनी, जिसने भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग की दिशा ही बदल दी। चाहे वो भीड़भाड़ वाले शहरी इलाके हों या कच्चे ग्रामीण रास्ते — पंच ने हर जगह खुद को साबित किया है। युवा प्रोफेशनल्स से लेकर नए परिवारों तक, यह गाड़ी अब केवल वाहन नहीं बल्कि एक 'लाइफस्टाइल स्टेटमेंट' बन चुकी है।
टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लिमिटेड के चीफ कमर्शियल ऑफिसर विवेक श्रीवत्स ने इस मौके पर कहा,
“पंच आत्मनिर्भर, साहसी और आत्मविश्वास से भरे भारत का प्रतिबिंब है। यह सिर्फ एक ऑटोमोटिव उपलब्धि नहीं, बल्कि उन लाखों भारतीयों की भावना का उत्सव है, जिन्होंने पंच को अपनाया।"
पंच को पहली बार कार खरीदने वालों के बीच जबरदस्त लोकप्रियता मिली है। यह बताता है कि भारत में अब ग्राहक सिर्फ कीमत नहीं, बल्कि डिजाइन, फीचर्स और विश्वसनीयता के आधार पर निर्णय ले रहे हैं।
‘इंडिया की एसयूवी’ कैम्पेन को इसी भावना के तहत लॉन्च किया गया है, ताकि उन ग्राहकों को धन्यवाद कहा जा सके, जिन्होंने पंच को न सिर्फ अपनाया बल्कि अपने जीवन का हिस्सा बनाया। यह सफलता भारत में गुणवत्ता और किफायती मूल्य के संतुलन की एक नई परिभाषा बन चुकी है।
टाटा पंच की यह यात्रा दिखाती है कि भारतीय बाजार अब बदलाव के लिए तैयार है — एक ऐसा बदलाव जहां स्टाइल, सुरक्षा और विश्वास को प्राथमिकता दी जाती है। यह एसयूवी अब सिर्फ एक वाहन नहीं, बल्कि भारत के आत्मविश्वास की रफ्तार बन गई है।
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