"विकसित भारत के लिए नशामुक्त युवा" विषय पर इलाहाबाद विश्वविद्यालय में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के मानवविज्ञान विभाग में शुक्रवार को "विकसित भारत के लिए नशामुक्त युवा" विषयक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया।

आनंदी मेल ब्यूरो,
प्रयागराज: इलाहाबाद विश्वविद्यालय के मानवविज्ञान विभाग में शुक्रवार को "विकसित भारत के लिए नशामुक्त युवा" विषयक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह आयोजन युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय द्वारा वाराणसी में प्रस्तावित युवा आध्यात्मिक शिखर सम्मेलन की तैयारी के अंतर्गत हुआ। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य युवाओं को नशे की लत से दूर करना, इसके दुष्परिणामों के प्रति जागरूक करना और राष्ट्र निर्माण में उनकी सकारात्मक भूमिका को प्रोत्साहित करना था।
इस अवसर पर विभागाध्यक्ष प्रो. राहुल पटेल ने विद्यार्थियों को मादक पदार्थों के प्रकार, उनके सामाजिक और स्वास्थ्यगत दुष्परिणामों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि नशा केवल व्यक्ति ही नहीं, बल्कि पूरे समाज और देश की प्रगति में बाधा बनता है।
डॉ. शैलेन्द्र मिश्र ने नशे से ग्रसित युवाओं के लिए निरंतर काउंसलिंग और सहयोग की आवश्यकता पर बल दिया। वहीं डॉ. खिरोद चंद मोहराना ने ऐसे युवाओं के पुनर्वास और उन्हें मुख्यधारा से जोड़ने की आवश्यकता को रेखांकित किया।
कार्यक्रम के अंत में प्रो. पटेल ने उपस्थित विद्यार्थियों, शिक्षकों व कर्मचारियों को नशे से दूर रहने, कभी भी नशा न करने और दूसरों को भी इसके दुष्प्रभावों से अवगत कराने की शपथ दिलाई।
इस अवसर पर विभागीय कर्मचारी स्वामीनाथ, अमिता यादव, सुनील चौहान, प्रेमचंद, वीरपाल, शेखर सहित स्नातक और परास्नातक स्तर के अनेक विद्यार्थियों ने भाग लिया।
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