कानपुर में 'ऑपरेशन सिंदूर' का मंचन, नौटंकी के जरिए शहीदों और उनके परिवारों को दी गई भावपूर्ण श्रद्धांजलि
कानपुर में नौटंकी प्रशिक्षण केंद्र ने 'ऑपरेशन सिंदूर' का मंचन किया, जिसमें वीर जवानों की शौर्य गाथा और शहीदों के परिवारों का दर्द दर्शाया गया।

कानपुर। शहर की खलासी लाइन स्थित शास्त्री भवन सभागार में राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय और संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से नौटंकी प्रशिक्षण केंद्र, कानपुर द्वारा एक संगीतमय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में "ऑपरेशन सिंदूर" नामक एक विशेष प्रस्तुति का मंचन किया गया, जो भारत के वीर सपूतों की शौर्य गाथा और उनके परिवारों के दर्द को समर्पित थी।
कार्यक्रम के आयोजक हरिश्चंद्र ने बताया कि "ऑपरेशन सिंदूर" सिर्फ एक प्रस्तुति नहीं है, बल्कि देश की अभागी विधवाओं का दर्द और हमारे जवानों के हौसले की कहानी है। इस मंचन में विशेष रूप से पहलगाम हमले में शहीद हुए शुभम और उनकी विधवा का चरित्र भी शामिल किया गया।
इस प्रस्तुति में उस दुखद घटना को याद किया गया जब आतंकवादियों ने धर्म पूछकर बेगुनाहों पर गोलियां चलाई थीं। पहलगाम घूमने गए कई नवविवाहित जोड़े इस हमले का शिकार हो गए थे। "ऑपरेशन सिंदूर" उन्हीं शहीदों की याद में और उनकी विधवा पत्नियों को समर्पित एक भावपूर्ण श्रद्धांजलि थी।
कार्यक्रम का शुभारंभ वरिष्ठ समाजसेवी डॉ. इंद्र मोहन रोहतगी ने दीप प्रज्ज्वलित करके किया। विशिष्ट अतिथि के तौर पर फिल्म कलाकार रतन राठौर का पुष्पमाला पहनाकर स्वागत किया गया। इस अवसर पर राधेश्याम दीक्षित, रामगोपाल समुद्र, जितेंद्र अवस्थी, मुन्नी औरैया, सुशील चक, श्याम मनोहर शुक्ला, मुन्ना पहलवान, द्वारका दहिया और किशन सक्सेना सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
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