मुख-बधिर और नेत्रहीन बच्चों के लिए नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन

कानपुर में दिव्यांग बच्चों के लिए निशुल्क स्वास्थ्य शिविर, जहां उन्हें मुफ्त दवा और परामर्श मिला।

Aug 1, 2025 - 21:11
 0  2
मुख-बधिर और नेत्रहीन बच्चों के लिए नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन

कानपुर : श्री साईं बाबा एजुकेशन एंड सोशल ऑर्गनाइजेशन ने लीलामणि हॉस्पिटल और दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के सहयोग से मुख-बधिर और नेत्रहीन बच्चों के लिए नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया।
कानपुर (संवाददाता) - कानपुर के नौबस्ता स्थित द्विवेदी नगर में श्री साईं बाबा एजुकेशन एवं सामाजिक संस्था ने लीलामणि हॉस्पिटल के सहयोग से दिव्यांग बच्चों के लिए एक निशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया। यह पहल दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के तत्वावधान में की गई थी, जिसका उद्देश्य विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान करना था।

शिविर का उद्घाटन डॉ. विनय उत्तम और समाज सेवी गोपाल तुलस्यान ने किया, जिनका स्वागत डॉ. रीना सिंह ने प्रतीक चिन्ह देकर किया। लीलामणि हॉस्पिटल के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. वीके कपूर और उनकी टीम ने बच्चों का विशेष रूप से स्वास्थ्य परीक्षण किया। इसमें शारीरिक रूप से कमजोर, नेत्रहीन, और मुख-बधिर बच्चे शामिल थे।

विशेष रूप से, जिन बच्चों को आँखों और दाँतों से संबंधित समस्याएँ थीं, उनका गहन परीक्षण किया गया। अस्पताल की टीम ने उन्हें उचित दवाएँ और आगे के इलाज के लिए परामर्श दिया। शिविर में आए सभी बच्चों को नि:शुल्क दंत परीक्षण और दवाएँ भी उपलब्ध कराई गईं।

डॉ. अरविंद सिंह ने बताया कि उनकी संस्था दिव्यांग बच्चों के भविष्य को लेकर हमेशा सजग रहती है। उन्होंने कहा कि उनका प्रयास है कि जन्म से ही जीवन जीने में असमर्थ बच्चों को सभी प्रकार की सामाजिक सुविधाएँ मिलें। संस्था ने नेत्रहीन, मंदबुद्धि, और गूंगे-बहरे बच्चों के लिए कंप्यूटर लैब भी प्रदान की है, जिससे वे तकनीकी रूप से सशक्त बन सकें।

इस स्वास्थ्य शिविर से सैकड़ों बच्चों ने लाभ उठाया। कार्यक्रम के अंत में, विद्यालय की नेत्रहीन छात्रा अनन्या ने भगवान शिव पर आधारित एक मधुर भजन गाकर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया, जिसे सुनकर लोगों ने खूब तालियाँ बजाईं।

इस सराहनीय पहल में डॉ. अनिल जैन, डॉ. स्वेज अकरम, डॉ. रूपा सिंह, डॉ. अरविंद सिंह, मारुति सिंह, सृष्टि, निम्मी, और रजत निषाद सहित कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे, जिन्होंने इस आयोजन को सफल बनाने में अपना योगदान दिया।

What's Your Reaction?

Like Like 0
Dislike Dislike 0
Love Love 0
Funny Funny 0
Angry Angry 0
Sad Sad 0
Wow Wow 0