कानपुर में श्रद्धा और सेवा से सजी गुरु पूर्णिमा: आशाराम बापू आश्रम में उमड़ा भक्तों का सैलाब
कानपुर स्थित आशाराम बापू आश्रम में गुरु पूर्णिमा पर भक्तों की भारी भीड़, भावभक्ति से सजी पूजा और सेवा

कानपुर: मैनावती मार्ग स्थित संत श्री आशाराम बापू आश्रम में इस वर्ष गुरु पूर्णिमा महोत्सव अत्यंत श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया गया। प्रदेश के कोने-कोने से आये हज़ारों श्रद्धालुओं ने इस पावन अवसर पर अपने सद्गुरु की स्मृति में नमन करते हुए विशेष पूजन और सेवा कार्यक्रमों में भाग लिया।
सुबह का आरंभ गुरु वंदना से हुआ, जिसके पश्चात श्रद्धालुओं ने गुरु पादुका पूजन, मानस पूजन, ध्यान और जप संकल्प कर गुरुदेव के शीघ्र साक्षात दर्शन की कामना की। सत्संग भवन और आश्रम परिसर भक्ति से ओतप्रोत रहा। श्रद्धालु मन-ही-मन अपने गुरु को स्मरण कर भाव-विभोर होते दिखे।
भक्तों ने बताया कि उन्हें हर वर्ष गुरु पूर्णिमा के अवसर पर बापूजी की ओर से सेवा और साधना का नया मार्गदर्शन मिलता है, परंतु विगत 13 वर्षों से प्रत्यक्ष दर्शन और सत्संग का अभाव उन्हें व्यथित करता है। उन्होंने सरकार और न्यायपालिका से निर्दोष संत श्री आशाराम बापू की शीघ्र रिहाई की भावुक अपील की, जिससे करोड़ों भक्तों को संबल मिल सके।
इस दौरान श्रद्धालुओं ने संयम, परोपकार, कर्तव्य, संस्कृति रक्षा, गौ-सेवा और समाज-सेवा जैसे सद्गुणों को जीवन में उतारने का संकल्प भी लिया।
इस अवसर पर आश्रम द्वारा प्रकाशित मासिक पत्रिका ‘ऋषि प्रसाद’ की जयंती भी हर्षोल्लास से मनाई गई। पत्रिका से जुड़े सेवाधारियों ने बताया कि इसे पढ़ने से लाखों परिवारों में सुख-शांति और आध्यात्मिक विकास हुआ है। सोशल मीडिया पर भी पाठकों ने पत्रिका की उपयोगिता और आध्यात्मिक योगदान को साझा किया।
गुरु पूर्णिमा का पर्व केवल कानपुर ही नहीं, बल्कि देश-विदेश के आशाराम बापू आश्रमों में भी उत्साहपूर्वक मनाया गया। श्रद्धालुओं ने जप, ध्यान, सत्संग श्रवण, गुरुपूजन, गरीबों को भोजन वितरण और जीवनोपयोगी सामग्री वितरण जैसे सेवा कार्य किए।
हजारों भक्तों ने दर्शन और भोजन प्रसाद का लाभ लिया।
इस आयोजन की सफलता में कई सेवकों ने अहम भूमिका निभाई, जिनमें अनिल अवस्थी, संजय सिंघानी, विकास यादव, विनोद कुमार मौर्य, श्याम बाबू राठौर, अनिल मिश्रा, और अभिषेक मिश्रा उल्लेखनीय रूप से सक्रिय रहे।
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