दहलवा-हाथ पाकड़ मार्ग की बदहाली पर हंगामा, किसान त्रस्त, जनप्रतिनिधियों पर उठे सवाल
दहलवा-हाथ पाकड़ मार्ग की दुर्दशा से किसान परेशान, विधायक-सांसद पर लापरवाही के आरोप, सुधार की उठी मांग

अंबेडकरनगर। दहलवा-हाथ पाकड़ संपर्क मार्ग की खस्ताहाली अब जनता के लिए सिरदर्द बनती जा रही है। खासतौर पर किसानों को फसल लाने-ले जाने में भारी कठिनाई हो रही है, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। रोजाना हजारों की संख्या में ग्रामीण और किसान इस मार्ग से आवागमन करते हैं, लेकिन सड़क की जर्जर हालत ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि दोनों ग्राम सभाओं के प्रधान इस समस्या को लेकर पूरी तरह उदासीन हैं। जनता का आरोप है कि प्रधानों को वोट की राजनीति से ही मतलब है, जबकि वास्तविक जनसरोकार की समस्याएं उनकी प्राथमिकता में नहीं हैं। खेतों की उपज को मंडी तक पहुंचाने में देरी, लागत में वृद्धि और दुर्घटना के खतरे ने किसानों की परेशानी को कई गुना बढ़ा दिया है।
यह संपर्क मार्ग राजनीतिक दृष्टि से भी अहम है। यह क्षेत्र समाजवादी पार्टी के सांसद लालजी वर्मा के अंतर्गत आता है, जो पहले यहां के विधायक भी रह चुके हैं। स्थानीय लोगों का मानना है कि सांसद होने के बावजूद लालजी वर्मा ने कभी इस मार्ग के सुधार की पहल नहीं की, जिससे जनाक्रोश बढ़ता जा रहा है।
हालांकि अब थोड़ी राहत की उम्मीद दिख रही है। हालिया उपचुनाव में निर्वाचित भाजपा विधायक धर्मराज निषाद ने इस मुद्दे को संज्ञान में लिया है। स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, विधायक द्वारा इस मार्ग के शीघ्र मरम्मत व निर्माण कार्य शुरू कराए जाने की योजना बनाई जा रही है।
जनता की अपेक्षा है कि प्रधानगण और जनप्रतिनिधि अपनी चुनावी घोषणाओं को धरातल पर उतारें और इस मार्ग को शीघ्र ठीक कराने की दिशा में ठोस कदम उठाएं। किसानों का कहना है कि "कच्ची सड़कों पर सिर्फ वादे नहीं, ईमानदार काम की ज़रूरत है।"
इस मुद्दे ने जहां क्षेत्रीय राजनीति में हलचल पैदा की है, वहीं जनता की निगाहें अब कार्यवाही की दिशा में टिकी हैं। यदि जल्द सुधार नहीं हुआ तो यह मामला चुनावी मुद्दा बनने से भी नहीं रुकेगा।
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