लखनऊ ऐशबाग में 24 जुलाई को होगा भव्य सपादलक्ष रूद्राभिषेक
लखनऊ में 24 जुलाई को रामलीला मैदान ऐशबाग में होगा 17वां सपादलक्ष रूद्राभिषेक, 540 लीटर गंगाजल से शिव पूजन।

🔱 रुद्राभिषेक की तैयारियां और पूजा विधि
शिव सेवा परिवार पिछले एक माह से इस आयोजन की तैयारी में जुटा है। मिट्टी, गंगाजल, दूध और पूजन सामग्री का एकत्रीकरण कर 27 अलग-अलग पूजा स्थलों (चौकियों) को स्थापित किया गया है। हर चौकी पर एक यजमान परिवार पूजन करेगा।
आयोजक हरीशचन्द्र अग्रवाल ने बताया कि इस आयोजन में तीन मुख्य आचार्य, आठ मंचीय आचार्य और 27 चौकी आचार्य भाग लेंगे, जो यजमानों को पूर्ण वैदिक विधि से पूजा कराएंगे।
🌙 अमावस्या पर रुद्राभिषेक का विशेष महत्व
मुख्य आचार्य शिवशंकर पाण्डेय ने बताया कि श्रावण माह की अमावस्या तिथि को भगवान शिव और माता गौरी पृथ्वी पर भ्रमण करते हैं। यह तिथि अति पुण्यदायिनी मानी जाती है। इस दिन रूद्राभिषेक करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
वे बताते हैं कि सावन माह में वैसे तो प्रतिदिन रूद्राभिषेक किया जा सकता है, लेकिन कृष्ण पक्ष की अमावस्या, प्रतिपदा, पंचमी, अष्टमी और प्रदोष तिथियां विशेष फलदायक होती हैं।
इस आयोजन में भाग लेने के इच्छुक भक्त पहले से ही अपनी-अपनी चौकियों को आरक्षित कर चुके हैं। आयोजन का उद्देश्य न केवल धार्मिक भावनाओं को पोषित करना है, बल्कि सामूहिक शिव आराधना के माध्यम से सामाजिक सौहार्द और आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार करना भी है।
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