स्वयं सहायता समूहों ने बढ़ाई आत्मनिर्भरता की मिसाल,एसपी को भेंट की 500 हस्तनिर्मित राखियां

अम्बेडकर नगर में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने एसपी को 500 इको-फ्रेंडली राखियां भेंट कीं, जो आत्मनिर्भरता और सांस्कृतिक संरक्षण का प्रतीक हैं।

Aug 9, 2025 - 21:28
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स्वयं सहायता समूहों ने बढ़ाई आत्मनिर्भरता की मिसाल,एसपी को भेंट की 500 हस्तनिर्मित राखियां

आनन्दी मेल संवाददाता

अम्बेडकर नगर: रक्षाबंधन का पावन पर्व, जो भाई-बहन के अटूट प्रेम और विश्वास का प्रतीक है, इस वर्ष अम्बेडकर नगर में एक विशेष पहल के साथ मनाया गया। जिले की स्वयं सहायता समूह (SHG) की महिलाओं ने एक अनूठी भेंट के साथ सामाजिक सद्भाव और आत्मनिर्भरता का संदेश दिया। इन महिलाओं ने पुलिस अधीक्षक श्री केशव कुमार को अपने हाथों से बनी 500 इको-फ्रेंडली राखियां भेंट कीं। यह पहल न केवल महिलाओं के कौशल और रचनात्मकता को दर्शाती है, बल्कि उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है।

ग्राम्य विकास विभाग की सहायता से संचालित इन समूहों की महिलाओं ने बताया कि इन राखियों को बनाने में पूरी तरह से स्थानीय और पर्यावरण के अनुकूल सामग्री का उपयोग किया गया है। हर एक राखी में उनकी मेहनत, स्नेह और पारंपरिक कला की झलक दिखाई देती है। ये राखियां सिर्फ धागे नहीं हैं, बल्कि आत्मनिर्भरता के सपने और महिलाओं की एकजुटता का प्रतीक हैं। इन राखियों की बिक्री से होने वाली आय सीधे तौर पर इन महिलाओं की आजीविका को बेहतर बनाएगी, जिससे वे अपने परिवार की जरूरतों को पूरा कर सकेंगी और समाज में अपनी पहचान बना सकेंगी।

पुलिस अधीक्षक श्री केशव कुमार ने इस अवसर पर महिलाओं के प्रयासों की हृदय से सराहना की। उन्होंने कहा, "यह राखियां केवल धागे नहीं हैं, बल्कि ये विश्वास, सुरक्षा और आपसी भाईचारे के अटूट बंधन का प्रतीक हैं। स्वयं सहायता समूह और ग्राम्य विकास विभाग की यह अद्भुत पहल महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम है। यह दिखाता है कि जब महिलाओं को अवसर मिलते हैं, तो वे न सिर्फ खुद को बल्कि पूरे समाज को सशक्त कर सकती हैं।" उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि पुलिस विभाग हमेशा समाज के हर वर्ग के साथ मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध है।

ग्राम्य विकास विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस तरह की पहल का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाना है। यह न सिर्फ उनकी आय के स्रोत को मजबूत करता है, बल्कि पारंपरिक कला और संस्कृति को भी बढ़ावा देता है। विभाग का लक्ष्य है कि आने वाले समय में और अधिक महिला समूहों को ऐसे उत्पादन और विपणन से जोड़ा जाए, जिससे वे बड़े पैमाने पर बाजार में अपने उत्पादों को बेच सकें। यह ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगा।

इस अवसर पर पुलिस विभाग के कई वरिष्ठ अधिकारी और कर्मचारी भी मौजूद रहे, जिन्होंने महिलाओं के इस प्रयास की सराहना की। यह कार्यक्रम सिर्फ राखी भेंट करने का एक समारोह नहीं था, बल्कि यह एक संदेश था कि जब समाज के विभिन्न वर्ग मिलकर काम करते हैं, तो सकारात्मक बदलाव लाना संभव है। यह पहल अम्बेडकर नगर जिले में महिला सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरता की एक नई मिसाल पेश करती है।

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