राजर्षि टंडन स्मृति व्याख्यानमाला: ज्ञान का नया अध्याय

प्रयागराज : उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय में 1 अगस्त को भारत रत्न राजर्षि पुरुषोत्तम दास टंडन का जन्मदिन धूमधाम से मनाया जाएगा। इस विशेष अवसर पर विश्वविद्यालय के सरस्वती परिसर स्थित अटल प्रेक्षागृह में अष्टादश राजर्षि टंडन स्मृति व्याख्यानमाला का आयोजन किया जाएगा, जो भारतीय ज्ञान परंपरा और वैश्विक कल्याण के विषय पर आधारित होगा।
इस कार्यक्रम के समन्वयक प्रोफेसर पी.के. पाण्डेय ने बताया कि इस वर्ष के व्याख्यानमाला में मुख्य वक्ता के रूप में प्रोफेसर पी.के. सिंह, जो भारतीय प्रबंधन संस्थान, तिरुचिरापल्ली, तमिलनाडु के निदेशक हैं, उपस्थित रहेंगे। वे भारतीय ज्ञान परंपरा और आधुनिक वैश्विक कल्याण विषय पर अपने विचार साझा करेंगे, जिससे इस परिचर्चा में नई दिशा मिलेगी।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में प्रोफेसर नागेश्वर राव, जो कि पूर्व कुलपति, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय, नई दिल्ली हैं, उपस्थित रहेंगे। उनके निर्देशन में कार्यक्रम में नई सोच और दृष्टिकोण को उजागर किया जाएगा। इस कार्यक्रम में सारस्वत अतिथि के रूप में डॉ. नरेन्द्र कुमार सिंह गौर, पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार भी शामिल होंगे। इस व्याख्यानमाला की अध्यक्षता मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम करेंगे, जो शिक्षा के क्षेत्र में अपने अनुभव और ज्ञान को साझा करेंगे।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय में नामांकित शिक्षार्थियों को स्वामी विवेकानन्द युवा सशक्तिकरण योजना के अंतर्गत टेबलेट का वितरण किया जाएगा। यह पहल छात्रों को तकनीकी संसाधनों से लैस कर, उन्हें आगे बढ़ने में मदद करेगी। इससे न केवल उनकी शिक्षा में सुधार होगा, बल्कि उन्हें अपनी प्रतिभा को उजागर करने का भी अवसर मिलेगा।
इस कार्यक्रम के अंतर्गत विश्वविद्यालय कर्मियों के बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए मुक्त विश्वविद्यालय और नारायणी अस्पताल के बीच एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किए जाएंगे। इस साझेदारी से विश्वविद्यालय के कर्मचारी स्वास्थ्य सेवाओं की दिशा में एक नई शुरुआत करेंगे, जिससे उनके कार्यक्षमता और संतुलित जीवन को बढ़ावा मिलेगा।
राजर्षि टंडन का योगदान भारतीय शिक्षा और समाज में अतुलनीय है, और उनकी जयंती के अवसर पर ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन उनके प्रति सम्मान प्रकट करने और नई पीढ़ी को उनके विचारों से प्रेरित करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। विश्वविद्यालय प्रशासन का यह प्रयास, राजर्षि टंडन के विचारों को आगे बढ़ाने के साथ-साथ छात्रों और कर्मचारियों को नई नेतृत्व क्षमता प्रदान करने में सहायक साबित होगा।
इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए सभी छात्रों, शिक्षकों और विश्वविद्यालय कर्मियों को आमंत्रित किया गया है। यह समारोह न केवल ज्ञान का आदान-प्रदान करने का एक अवसर होगा, बल्कि यह सभी के लिए एक प्रेरणा स्रोत बनने का भी कार्य करेगा।
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