स्कूली वाहनों पर इमरजेंसी नंबर लिखना अनिवार्य, आरटीओ ने जारी किए निर्देश
कानपुर में स्कूली वाहनों पर आपातकालीन नंबर लिखना अनिवार्य हुआ, RTO ने सुरक्षा नियमों को लेकर सख्ती बरती।

कानपुर: बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए परिवहन विभाग ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। परिवहन आयुक्त ब्रजेश नारायण सिंह ने सभी क्षेत्रीय परिवहन अधिकारियों (RTO), सहायक क्षेत्रीय परिवहन अधिकारियों (ARTO) और तकनीकी निरीक्षकों (RI) को सख्त निर्देश दिए हैं कि वे अपने-अपने जिलों में चलने वाले सभी स्कूली वाहनों पर सरकार द्वारा जारी आपातकालीन नंबर लिखवाना सुनिश्चित करें।
इस निर्देश के बाद, कानपुर संभागीय परिवहन विभाग के प्राविधिक निरीक्षक संतोष कटियार और आकांक्षा सिंह ने सभी स्कूलों को एक सर्कुलर जारी कर इस आदेश का पालन करने को कहा है। प्राविधिक निरीक्षक संतोष कटियार ने बताया कि यह निर्णय सड़क सुरक्षा नियमों और छात्रों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। उन्होंने कहा, “अब शहर में संचालित किसी भी स्कूली वाहन को बिना आपातकालीन नंबर लिखे फिटनेस सर्टिफिकेट नहीं दिया जाएगा।”
स्कूलों को पत्र भेजकर दी जानकारी
प्राविधिक निरीक्षक संतोष कटियार ने स्कूल प्रबंधन समितियों को पत्र भेजकर इस नए नियम के बारे में सूचित किया है। पत्र में कहा गया है कि सभी स्कूल अपने वाहनों पर अनिवार्य रूप से आपातकालीन नंबर अंकित करवाएं। यदि किसी वाहन पर यह नंबर नहीं लिखा पाया जाता है, तो उसे फिटनेस जांच में अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा। यह कदम सुनिश्चित करेगा कि किसी भी आपात स्थिति में, छात्र या उनके साथ मौजूद स्टाफ तुरंत मदद के लिए संपर्क कर सकें।
कौन से नंबर लिखने होंगे?
प्राविधिक निरीक्षक आकांक्षा सिंह ने इस संबंध में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि शहर भर में चलने वाले सभी स्कूली वाहनों को अपने वाहन पर निम्नलिखित आपातकालीन नंबर लिखना अनिवार्य होगा:
- पुलिस सहायता नंबर: 112
- महिला हेल्पलाइन नंबर: 1091
- एंबुलेंस हेल्पलाइन नंबर: 102/108
- फायर हेल्पलाइन नंबर: 112
यह पहल छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों को मानसिक शांति प्रदान करेगी, यह जानते हुए कि आपात स्थिति में तुरंत मदद उपलब्ध होगी। इस कदम से स्कूली यात्राएं और भी सुरक्षित होंगी।
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