कौड़िहार सीएचसी पर मंडलायुक्त का छापा, अव्यवस्थाओं पर जताई सख्त नाराजगी
मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत ने कौड़िहार सीएचसी का निरीक्षण कर गड़बड़ियों पर जताई नाराजगी, दिए सुधार के निर्देश

प्रयागराज। प्रयागराज मण्डल के मण्डलायुक्त विजय विश्वास पंत ने गुरुवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) कौड़िहार का औचक निरीक्षण कर स्वास्थ्य सेवाओं की जमीनी हकीकत परखने का प्रयास किया। निरीक्षण के दौरान अस्पताल की अव्यवस्थित दशा देखकर उन्होंने गहरी नाराजगी व्यक्त की और अधीक्षक को स्पष्ट शब्दों में सुधार के निर्देश दिए।
निरीक्षण की शुरुआत इमरजेंसी वार्ड से हुई, जहां गंदगी फैली पाई गई। वहीं, महिला वार्ड में पंखा काम नहीं कर रहा था और कोई भी महिला मरीज भर्ती नहीं थी। एनवीएसयू द्वारा संदर्भित दो बच्चों से मोबाइल पर जानकारी ली गई, जिन्होंने बताया कि उनका इलाज एनआरसी में चल रहा है।
सबसे चौंकाने वाली स्थिति एक्स-रे कक्ष में देखने को मिली, जहां एक बाहरी व्यक्ति एक्स-रे टेक्नीशियन का कार्य कर रहा था। असल टेक्नीशियन श्रीमती वंदना सिंह मौके पर अनुपस्थित थीं, लेकिन उपस्थिति पंजिका में उनके हस्ताक्षर मौजूद थे। इस पर मंडलायुक्त ने तत्काल स्पष्टीकरण तलब करने के निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान चिकित्साधिकारी डॉ. फिरोज आलम 1 जुलाई से गैरहाजिर पाए गए। वहीं, स्टाफ नर्स श्रीमती सर्वदा यादव भी अनुपस्थित थीं। बताया गया कि वह कॉल्विन अस्पताल में अटैच हैं, जिस पर मंडलायुक्त ने अटैचमेंट की आदेश प्रति प्रस्तुत करने का निर्देश दिया।
मंडलायुक्त ने अस्पताल की बदहाल व्यवस्था पर गहरा असंतोष व्यक्त करते हुए चेताया कि सुधार न होने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जननी सुरक्षा योजना के तहत अब तक 80% लाभार्थियों को भुगतान हो चुका है, शेष को शीघ्र भुगतान का निर्देश दिया गया।
मंडलायुक्त ने नवजात शिशुओं को हेपेटाइटिस बर्थडोज और विटामिन ‘के’ देने की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा। साथ ही महिला वार्ड में पंखे को इन्वर्टर से जोड़ने, ओपीडी में मरीजों के बैठने और पीने के पानी की व्यवस्था कराने, टीकाकरण सत्रों की ड्यू लिस्ट यूविन पोर्टल से तैयार करने और बीएमडब्ल्यू व संक्रमण रोकथाम मानकों का पालन करने के सख्त निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य विभाग के अपर निदेशक और मंडलीय एनएचएम टीम भी उपस्थित रही। मंडलायुक्त का यह औचक निरीक्षण स्वास्थ्य सेवाओं की सच्चाई उजागर करता है और साफ संकेत देता है कि अब लापरवाही नहीं चलेगी।