क्रिकेट प्रतिभाओं को तराशने में मेरा पूरा सहयोग रहेगा: पीयूष चावला
कानपुर में पीयूष चावला ने क्रिकेट को बढ़ावा देने और उभरते खिलाड़ियों के मार्गदर्शन का संकल्प लिया

कानपुर। भारत को विश्व कप जिताने वाले दिग्गज स्पिनर पीयूष चावला ने कहा है कि वे अब मैदान के बाहर से क्रिकेट के लिए योगदान देने को तैयार हैं। द स्पोर्ट्स हब (टीएसएच), कानपुर में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में चावला ने युवाओं को समर्थन देने का वादा किया और संस्था की पहल की सराहना की।
उन्होंने कहा, “मैं उत्तर प्रदेश से हूं, लेकिन अब मेरी कोशिश है कि देशभर में क्रिकेट को बढ़ावा दूं। जो खिलाड़ी क्रिकेट की दुनिया में नाम बनाना चाहते हैं, उन्हें मेरा पूरा सहयोग रहेगा।”
चावला ने कहा कि अब वह कमेंट्री के जरिए खेल से जुड़े हैं, लेकिन खिलाड़ियों को मैदान पर गाइड करना उनकी प्राथमिकता रहेगी। उन्होंने वादा किया कि हर साल वे कम से कम एक बार टीएसएच आकर बच्चों को प्रशिक्षण देंगे।
टीएसएच के डायरेक्टर प्रणीत अग्रवाल ने जानकारी दी कि संस्था अल्प आय वर्ग के 100 बच्चों को निःशुल्क प्रशिक्षण दे रही है, जिनमें से 40 बच्चों को हॉस्टल की सुविधा भी प्राप्त है। उन्होंने बताया कि पीयूष चावला की मौजूदगी से बच्चों में नई ऊर्जा का संचार हुआ है और भविष्य में भी ऐसे कई क्रिकेट कैंप आयोजित किए जाएंगे।
पूर्व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर शशीकांत खांडेकर की उपस्थिति ने कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाई। चावला ने भावुक होकर कहा, “मैंने खांडेकर सर से ही क्रिकेट सीखा है। आज वे जहां बच्चों को सिखा रहे हैं, वहां मुझे योगदान देने का मौका मिलना सौभाग्य की बात है।”
टीएसएच की सुविधाओं की प्रशंसा करते हुए चावला ने कहा कि “यहां का इंफ्रास्ट्रक्चर शानदार है और फीस के नाम पर जो सुविधा दी जा रही है, वह लगभग निशुल्क है। 12,000 रुपये में हॉस्टल, भोजन और ट्रेनिंग – इससे सस्ता और गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण कहीं नहीं मिलता।” उन्होंने कहा कि यहां के 8-10 खिलाड़ी भविष्य में राष्ट्रीय स्तर पर नाम रोशन करेंगे।
चावला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की खेलों को लेकर सकारात्मक सोच की सराहना करते हुए कहा कि “टीएसएच जैसे खेल परिसर देश के अन्य शहरों में भी स्थापित होने चाहिए।”
टीम इंडिया के भविष्य पर बोलते हुए उन्होंने कहा, “रोहित शर्मा और विराट कोहली के संन्यास को लेकर जो आशंकाएं हैं, उनका जवाब भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज की नई पीढ़ी के प्रदर्शन ने दे दिया है। हमारी टीम में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है।”
टीएसएच में हुए इस आयोजन ने यह स्पष्ट कर दिया कि क्रिकेट के भविष्य को संवारने के लिए अनुभवी खिलाड़ियों का मार्गदर्शन और समर्पित संस्थाओं का योगदान अनमोल है। पीयूष चावला का यह प्रयास देश में क्रिकेट प्रतिभाओं को नई उड़ान देगा।