नीट-2025 में एलन ऑनलाइन के तन्मय जग्गा ने रचाया इतिहास
नीट-2025 में एलन ऑनलाइन के सहारनपुर निवासी तन्मय जग्गा ने एआईआर-74 हासिल कर नया कीर्तिमान रचा

तन्मय ने बताया कि उन्होंने अपने शहर में रहकर ही एलन ऑनलाइन के माध्यम से नीट-यूजी 2025 की तैयारी की। ऑनलाइन प्लेटफॉर्म की श्रेष्ठ फैकल्टी, गुणवत्तापूर्ण कंटेंट और नियमित प्रगति ट्रैकिंग की सुविधाओं ने उनकी सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। तन्मय ने कहा, “मुझे अपने परिवार और एलन ऑनलाइन के शिक्षकों से निरंतर मार्गदर्शन और प्रोत्साहन मिला। इस लचीले सिस्टम ने मेरी जरूरतों के अनुसार सुधार कराया और मेरी तैयारी को सही दिशा दी।”
तन्मय की यह सफलता एलन ऑनलाइन के उत्तर प्रदेश में लगातार बढ़ते प्रभाव को दर्शाती है। गौरतलब है कि नीट-2024 में भी उत्तर प्रदेश से 50 से अधिक एलन ऑनलाइन के छात्रों ने सरकारी मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश प्राप्त किया था। यह ट्रेंड डिजिटल लर्निंग की बढ़ती लोकप्रियता और उसकी प्रभावशीलता को उजागर करता है, खासकर उन छात्रों के लिए जो अपने घर से दूर गए बिना ही उच्च गुणवत्ता की तैयारी करना चाहते हैं।
एलन ऑनलाइन के अन्य टॉपर्स में पश्चिम बंगाल के बांकुरा के देबरघ्य बाग ने एआईआर-247 और बेंगलुरु की अद्याशा ए जेना ने एआईआर-405 हासिल कर सफलता पाई है। इन सभी विद्यार्थियों ने एलन ऑनलाइन पर 1000 से अधिक लाइव क्लासेज अटेंड कीं और लगभग 25 हजार सवाल हल कर अपनी तैयारी को धार दी।
एलन करियर इंस्टीट्यूट के सीईओ नितिन कुकरेजा ने इस मौके पर कहा, “एलन हमेशा से स्टूडेंट फर्स्ट के सिद्धांत पर काम करता है। हम श्रेष्ठ मार्गदर्शन और इनोवेशन के माध्यम से विद्यार्थियों को उच्चतम गुणवत्ता की शिक्षा प्रदान कर रहे हैं। एलन ऑनलाइन इसी विजन को डिजिटल माध्यम में विस्तार देता है, जहाँ भौगोलिक सीमाएं सफलता के रास्ते में बाधा नहीं बनतीं।”
उन्होंने आगे कहा कि एलन ऑनलाइन स्टूडेंट बीकानेर की प्रज्ञा पूनिया की कहानी इसका बेहतरीन उदाहरण है, जिन्होंने 2024 में एआईआर-27,249 से इस वर्ष एआईआर-1,341 तक का जबरदस्त सुधार किया। इससे स्पष्ट होता है कि समर्पित प्रयास और सही मार्गदर्शन के साथ डिजिटल लर्निंग किसी भी छात्र के लिए परिवर्तनकारी साबित हो सकती है।
एलन ऑनलाइन के नीट-2025 के परिणाम लगातार दूसरी बार संस्थान के सफल ट्रैक रिकॉर्ड को मजबूती दे रहे हैं। बीते वर्ष भी 450 से अधिक छात्रों ने सरकारी मेडिकल कॉलेजों में सीट प्राप्त की थी। इन आंकड़ों से यह स्पष्ट हो गया है कि डिजिटल शिक्षा अब देशभर के मेडिकल प्रवेश परीक्षा की तैयारी करने वाले युवाओं के लिए एक प्रभावशाली और भरोसेमंद विकल्प बन चुकी है।