'किथे वसदे ने' से गुरु रंधावा का इमोशनल धमाका
गुरु रंधावा का ‘किथे वसदे ने’ गाना दिल को छूने वाला ट्रैक है जो उनके एलबम ‘विदआउट प्रेजुडिस’ का हिस्सा है।

भारतीय म्यूज़िक इंडस्ट्री के चमकते सितारे गुरु रंधावा ने अपने पहले स्वतंत्र एलबम ‘विदआउट प्रेजुडिस’ के तहत एक और बेहतरीन गाना लॉन्च कर दिया है – ‘किथे वसदे ने’। इस गाने के साथ उन्होंने एक बार फिर साबित किया है कि वह सिर्फ एक पॉप स्टार नहीं, बल्कि एक भावनात्मक कहानीकार भी हैं।
'किथे वसदे ने' को वॉर्नर म्यूज़िक इंडिया के सहयोग से रिलीज़ किया गया है और यह ट्रैक सीधे गुरु रंधावा के यूट्यूब चैनल पर प्रीमियर हुआ है। गाने का निर्देशन मशहूर डायरेक्टर डुओ हैरी सिंह और प्रीत सिंह ने किया है। गीत के बोल यंगवीर ने लिखे हैं और संगीत मंदीप पंघाल ने रचा है। यह ट्रैक श्रोताओं को एक दिल छूने वाले सफर पर ले जाता है, जहां प्यार, तड़प और जुदाई की सच्ची भावनाएं छलकती हैं।
इससे पहले इसी एलबम का गाना 'कतल' जबरदस्त हिट रहा और 55 मिलियन से अधिक यूट्यूब व्यूज़ के साथ उसने ग्लोबल चार्ट्स में भी जगह बनाई। ‘किथे वसदे ने’ उसी सिलसिले को आगे बढ़ाता है, जहां रंधावा की आवाज़ दर्द और प्यार के बीच की महीन रेखा को छूती है।
‘विदआउट प्रेजुडिस’ एलबम में कुल 9 गाने हैं और हर गाना एक अलग थीम, मूड और भाव लेकर आता है। गुरु रंधावा ने हर ट्रैक को एक निजी अनुभव की तरह पेश किया है — चाहे वह रोमांस हो, दिल टूटने का दर्द, या आत्म-खोज का सफर। यह एलबम केवल संगीत नहीं, बल्कि एक अनुभव बन चुका है।
गुरु रंधावा ने इस एलबम के ज़रिए यह साफ कर दिया है कि वह सिर्फ डांस नंबर्स तक सीमित नहीं हैं। उनकी आवाज़ में अब पहले से कहीं ज़्यादा परिपक्वता, भावनात्मक गहराई और अंतरराष्ट्रीय स्तर की साउंड है। 'वाइब', 'कतल', और अब 'किथे वसदे ने' जैसे ट्रैक्स के ज़रिए उन्होंने भारतीय पॉप म्यूज़िक को एक नया आयाम दिया है।
गुरु रंधावा के लिए ‘विदआउट प्रेजुडिस’ केवल एक एलबम नहीं, बल्कि उनकी कला का एक नया अध्याय है। यह प्रोजेक्ट उन्हें एक पॉप आइकन से एक गंभीर और सशक्त कलाकार के रूप में स्थापित करता है। भारत से लेकर विदेश तक, गुरु रंधावा अब एक ऐसे नाम बन चुके हैं जो सिर्फ धुनों में नहीं, दिलों में भी गूंजता है।