उत्तर भारत में पुणे गैस का प्रवेश, दिल्ली में खोला स्मार्ट गैस अनुभव केंद्र
पुणे गैस ने दिल्ली में स्मार्ट गैस सेंटर खोलकर उत्तर भारत के 7.12 लाख उपयोगकर्ताओं को साधने की तैयारी की

लखनऊ : भारत की प्रमुख औद्योगिक और वाणिज्यिक गैस प्रणाली सेवा प्रदाता पुणे गैस ने उत्तर भारत में अपने कारोबार का विस्तार करते हुए दिल्ली के हृदयस्थल पर एक अत्याधुनिक स्मार्ट गैस एक्सपीरियंस सेंटर का शुभारंभ किया है। इस लॉन्च के साथ ही कंपनी का उद्देश्य उत्तर भारत के 7.12 लाख वाणिज्यिक एलपीजी उपयोगकर्ताओं तक अपनी सेवाएं पहुंचाना है।
इस अवसर पर कंपनी के संस्थापक और प्रबंध निदेशक जयसिंह संपत, कार्यकारी निदेशक जेसल संपत, बिक्री निदेशक भावेन उदेशी, प्रोजेक्ट्स निदेशक राधिका ओजा और उत्तर भारत टीम के वरिष्ठ सदस्य मौजूद रहे।
क्या है इस सेंटर की खासियत?
यह एक्सपीरियंस सेंटर एक लाइव डेमो हब की तरह काम करता है, जहाँ व्यवसायी और उद्यमी पुणे गैस की तीन प्रमुख तकनीकों का प्रत्यक्ष अनुभव कर सकते हैं:
LPGenius:
भारत में विकसित यह दुनिया का पहला स्मार्ट एलपीजी सिस्टम है, जो LOT (लिक्विड ऑफ-टेक) 47.5 किलोग्राम सिलेंडरों पर आधारित है। यह पारंपरिक सिलेंडरों की तुलना में 20–30% ईंधन बचत प्रदान करता है और गैस जमने की समस्या को दूर करता है।
FuelFusion:
यह अभिनव तकनीक डीजल और एलपीजी के मिश्रण से जनरेटर चलाने में सक्षम है—बिना किसी बड़े इंजन बदलाव के। यह प्रणाली सतत विकास के SDG 7 और 13 लक्ष्यों के अनुरूप है।
LeakCheck:
यह एक उन्नत गैस लीक डिटेक्शन सिस्टम है जो उच्च सुरक्षा के साथ-साथ सौंदर्य और संवेदनशीलता दोनों में बेहतर है।
ईंधन बचत और पर्यावरण संरक्षण पर ज़ोर
भारत में 2022–23 के दौरान 30,916 टीएमटी एलपीजी की खपत हुई, जिसमें से केवल 16% वाणिज्यिक और औद्योगिक क्षेत्र से आई। आज भी कई छोटे और मझोले उद्योग डीजल, फर्नेस ऑयल और लकड़ी जैसे पर्यावरण-अनुकूल न होने वाले ईंधनों का उपयोग करते हैं। पुणे गैस इन उपयोगकर्ताओं को स्मार्ट, सुरक्षित और पर्यावरण मित्र ईंधन विकल्प प्रदान करना चाहता है।
जयसिंह संपत ने कहा:
“दिल्ली की भौगोलिक और कारोबारी अहमियत को देखते हुए यह केंद्र खोलना स्वाभाविक था। हमारी तकनीकों से देशभर के व्यवसायों को सालाना ₹1400 करोड़ तक की ईंधन बचत हो रही है और अब उत्तर भारत में यह आंकड़ा और बढ़ेगा।”
जेसल संपत ने जोड़ा:
“हमारा उद्देश्य है गैस आधारित नवाचार को सुलभ बनाकर हर व्यवसाय को दक्ष, सुरक्षित और हरित बनाना।”