डाक विभाग ने पर्यावरण दिवस पर दिया प्लास्टिक मुक्त जीवनशैली का संदेश
विश्व पर्यावरण दिवस पर डाक विभाग ने 'प्लास्टिक प्रदूषण को समाप्त करें' थीम के तहत जागरूकता और पौधारोपण किया

इस वर्ष की थीम "प्लास्टिक प्रदूषण को समाप्त करें" को केंद्र में रखते हुए कार्यक्रम में जन जागरूकता को बढ़ावा दिया गया। श्री यादव ने अपने संबोधन में कहा कि “प्लास्टिक प्रदूषण न केवल धरती बल्कि मानव स्वास्थ्य के लिए भी गंभीर खतरा बन चुका है। हमें अधिक से अधिक पौधे लगाकर न केवल हरियाली बढ़ानी है, बल्कि प्लास्टिक का विकल्प खोजते हुए इको फ्रेंडली उत्पादों को अपनाना भी होगा।”
उन्होंने जोर देकर कहा कि वृक्षारोपण एक दैनिक सामाजिक जिम्मेदारी होनी चाहिए, न कि केवल किसी विशेष दिवस तक सीमित। साथ ही उन्होंने डाककर्मियों से आग्रह किया कि वे अपने कार्यस्थल और परिवारों में पर्यावरण अनुकूल जीवनशैली को बढ़ावा दें और हर माह कम से कम एक पौधा लगाएं।
प्रवर डाक अधीक्षक श्री आर.आर. वीरडा ने बताया कि “प्रकृति को बचाने के लिए हमें हर नागरिक की भागीदारी चाहिए और डाक विभाग समाज के हर वर्ग तक जुड़ा होने के कारण इस जागरूकता अभियान में एक मजबूत कड़ी है।”
सीनियर पोस्टमास्टर श्री के.एस. शुक्ला ने वृक्षारोपण के महत्व को बताते हुए कहा कि “वृक्ष हमारे जीवनदाता हैं, केवल लगाना ही नहीं, उनका संरक्षण भी अत्यावश्यक है।”
सहायक निदेशक श्री के.एस. ठक्कर ने “एक व्यक्ति, एक वृक्ष” के संकल्प का आह्वान करते हुए समाज में ग्रीन कल्चर को जीवनशैली में शामिल करने पर बल दिया।
कार्यक्रम में रेल डाक सेवा के अधीक्षक श्री अनिल कुमार, राजकोट फिलाटेलिक एसोसिएशन के सचिव श्री एच.सी. मेहता, श्री जिग्नेश शाह, राजेश कोठारी, बी.के. जीड, के.जी. जसानी, जे.जे. डांगर, डी.डी. वाघेला, भावेश कुबावत, किशोर भट्टी सहित अनेक अधिकारी, डाककर्मी एवं स्थानीय नागरिक शामिल हुए।
इस अवसर पर सभी उपस्थित लोगों को “प्लास्टिक मुक्त भारत” की दिशा में योगदान देने और पौधारोपण द्वारा पर्यावरण रक्षा का संकल्प दिलाया गया।