भारतीय दूतावासों की सतर्कता: ईरान-इजराइल संकट में नागरिकों की सुरक्षा सर्वोपरि
भारत ने ईरान-इजराइल संकट के बीच अपने नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए हैं।

नई दिल्ली। ईरान और इजराइल के बीच बढ़ते तनाव के बीच, भारत सरकार और विदेश मंत्रालय ने दोनों देशों में स्थित भारतीय नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए चौकसी और सक्रियता बढ़ा दी है। इजराइल और ईरान में मौजूद भारतीय दूतावासों को विशेष दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं ताकि वहां रह रहे या यात्रा कर रहे भारतीयों को हर आवश्यक सहायता उपलब्ध कराई जा सके।
तेल अवीव स्थित भारतीय दूतावास ने इजराइल में मौजूद छात्रों, कर्मचारियों और पर्यटकों से लगातार संपर्क साधा है। वे उनकी स्थिति पर नजर रखते हुए, उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए समर्पित हैं। दूतावास ने विभिन्न माध्यमों से एडवाइजरी जारी की हैं, जिनमें सतर्क रहने और संकट की स्थिति में संपर्क बनाए रखने की अपील की गई है।
तेहरान में भारतीय दूतावास ने ईरान की जटिल सुरक्षा परिस्थितियों को देखते हुए विशेष कदम उठाए हैं। विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि ईरान में अध्ययनरत कुछ भारतीय छात्रों को शहर से बाहर निकालकर सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है। इनमें से कई छात्र अब आर्मेनिया पहुंच चुके हैं, जहां उन्हें अस्थायी सहायता और आवास प्रदान किया गया है।
दूतावास ने यह भी कहा कि ऐसे लोग जिनके पास निजी परिवहन की सुविधा है, उन्हें स्वेच्छा से सुरक्षित स्थानों की ओर प्रस्थान करने की सलाह दी गई है। साथ ही, दूतावास जम्मू-कश्मीर से आए तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को भी सुरक्षा सलाह दे रहा है और आवश्यकतानुसार सहायता उपलब्ध करा रहा है।
एक सार्वजनिक अपील में, दूतावास ने ईरान में मौजूद सभी भारतीय नागरिकों से अनुरोध किया है कि वे अपना वर्तमान स्थान और संपर्क जानकारी तत्काल साझा करें, ताकि आपात स्थिति में त्वरित सहायता दी जा सके।
सहायता के लिए दूतावास ने तीन हेल्पलाइन नंबर सक्रिय किए हैं:
+98 9010144557
+98 9128109115
+98 9128109109
इसके अतिरिक्त, भारत सरकार ने नई दिल्ली में एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है जो चौबीसों घंटे कार्य कर रहा है। इसका उद्देश्य स्थिति की निगरानी करना और आवश्यकता पड़ने पर तत्काल निर्णय लेना है।
यह सतर्कता और त्वरित कार्रवाई दर्शाती है कि भारत सरकार संकट की स्थिति में भी अपने नागरिकों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है। विदेश मंत्रालय, दूतावास और स्थानीय भारतीय समुदाय के संयुक्त प्रयासों से अब तक कई लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है। आने वाले दिनों में भी यह निगरानी और सहायता जारी रहेगी।