मोदी युग में साकार हो रहे डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के सपने: बलिदान दिवस संगोष्ठी में वक्ताओं के विचार

मुखर्जी बलिदान दिवस पर रामपुर में संगोष्ठी, वक्ताओं ने मोदी युग में उनके सपनों के साकार होने की बात कही

मोदी युग में साकार हो रहे डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के सपने: बलिदान दिवस संगोष्ठी में वक्ताओं के विचार

प्रयागराज। भाजपा यमुनापार द्वारा डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर रामपुर मंडपम गेस्ट हाउस में आयोजित संगोष्ठी में वक्ताओं ने डॉ. मुखर्जी के विचारों और बलिदान को याद करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में उनके एक-एक सपने साकार हो रहे हैं।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि और फूलपुर सांसद प्रवीण पटेल ने कहा, “डॉ. मुखर्जी ने जिस 'एक देश, एक निशान, एक विधान' के विचार के लिए बलिदान दिया था, उसे प्रधानमंत्री मोदी ने अनुच्छेद 370 हटाकर पूरी तरह साकार कर दिया है। यह उनके लिए सच्ची श्रद्धांजलि है।” उन्होंने कहा कि कांग्रेस की मुस्लिम तुष्टिकरण नीति से असहमत होकर डॉ. मुखर्जी ने राष्ट्रहित में जनसंघ की स्थापना की थी, जो आज 14 करोड़ सदस्यों की भाजपा बन चुकी है।

पूर्व लोकसभा प्रत्याशी नीरज त्रिपाठी ने अपने संबोधन में कहा, “डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी विलक्षण प्रतिभा और निस्वार्थ राष्ट्रसेवा के प्रतीक थे। उनका लक्ष्य एक ऐसा भारत था जिसमें हर व्यक्ति को समान अधिकार और अवसर मिलें। आज मोदी सरकार 'सबका साथ, सबका विकास' के सिद्धांत पर उस भारत की ओर आगे बढ़ रही है।”

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए भाजपा जिलाध्यक्ष राजेश शुक्ला ने कहा कि “प्रधानमंत्री मोदी ने मुखर्जी के बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने दिया। उन्होंने हर वह सपना साकार किया है, जो डॉ. मुखर्जी ने एक सशक्त राष्ट्र के लिए देखा था।”

कोरांव विधायक राजमणि कोल ने कहा कि भाजपा के हर कार्यकर्ता में डॉ. मुखर्जी जैसी राष्ट्रवादी सोच जीवित है और वही पार्टी की प्रेरणा बनकर कार्य करती है।

कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन व पुष्पार्चन से हुआ। जिला मीडिया प्रभारी दिलीप कुमार चतुर्वेदी ने बताया कि संगोष्ठी में पूर्व जिलाध्यक्ष विभवनाथ भारती, शिवदत्त पटेल, विनोद प्रजापति, डा. भगवत पांडेय, कमलेश दुबे, त्रिवेणी प्रसाद पांडेय, राजेश्वरी तिवारी, संतोष त्रिपाठी, जय सिंह पटेल, सतीश विश्वकर्मा, मिथिलेश पांडेय, मनोज गुप्ता, पृथ्वीराज साहू सहित अनेक भाजपा कार्यकर्ता, पदाधिकारी और जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।

कार्यक्रम का संचालन संयोजक अशोक पांडेय ने किया जबकि जिला उपाध्यक्ष ज्ञान सिंह पटेल ने सभी का आभार जताया।

यह संगोष्ठी डॉ. मुखर्जी के विचारों और योगदान को केवल स्मरण करने का अवसर नहीं रही, बल्कि यह वर्तमान राजनीतिक नेतृत्व द्वारा उनके विचारों के मूर्त रूप को समझने और साझा करने का भी मंच बनी।