एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के साथ अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर लखनऊ में जुटे सैकड़ों योग साधक
योग दिवस पर भारतीय योग परिषद ने हरित योग संगम और पर्यावरण शिक्षा संगोष्ठी के साथ जागरूकता का संकल्प दोहराया

इस वर्ष परिषद द्वारा चलाए जा रहे ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान की थीम के तहत, 19 जून से आरंभ हुआ हरित योग कार्यक्रम जनभागीदारी के साथ नई ऊँचाइयों को छू रहा है।
प्रमुख कार्यक्रम का आयोजन जनेश्वर मिश्र पार्क, गोमती नगर (गेट नं. 7) पर प्रातः 6:30 बजे किया गया, जिसमें सैकड़ों योग प्रेमियों ने भाग लिया। योगाचार्या समरीन और नितिका दुबे द्वारा कराए गए योगाभ्यास ने सभी प्रतिभागियों को मानसिक और शारीरिक ऊर्जा से भर दिया।
इसी श्रृंखला में जवाहरलाल नेहरू राष्ट्रीय युवा केन्द्र, रूमी गेट पर एक पर्यावरण शिक्षा कार्यशाला का आयोजन हुआ। इसमें मुख्य अतिथि रामपाल शर्मा, अध्यक्ष, जवाहरलाल नेहरू युवा केन्द्र ने युवाओं को हरित जागरूकता का संदेश दिया। विशिष्ट अतिथि डॉ. सी.पी. शर्मा, पूर्व विशेष सचिव, उत्तर प्रदेश विधानसभा ने कहा, “हरित योग केवल शरीर नहीं, धरती को भी संतुलन देने का माध्यम है।”
डॉ. राजेश श्रीवास्तव ने योग के साथ हरित वातावरण के निर्माण पर बल दिया, वहीं डॉ. अंकित कुमार सोनी ने इसे दैनिक जीवन का हिस्सा बनाने की अपील की।
कार्यशाला के बाद सायं 4 बजे सतखण्डा, घंटाघर और रूमी गेट जैसे ऐतिहासिक स्थलों पर परिषद पदाधिकारियों और सहयोगी संस्थाओं द्वारा जनजागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए।
एलएलसी पवन सिंह चौहान और पूर्व पार्षद रविशंकर मिश्रा ने हरित योग की पहल की सराहना करते हुए समाज में इसकी निरंतरता की आवश्यकता बताई।
इस अभियान की सफलता में लर्नेट स्किल, AK हेल्प फाउंडेशन, मानव कल्याण समिति, भारतीय लोक कल्याण परिषद, विवेकानंद शैक्षिक संस्थान जैसी कई सामाजिक संस्थाओं का सक्रिय सहयोग रहा।
सहयोग देने वाले प्रमुख स्वयंसेवकों में नीलू पांडेय, योगिता मिश्रा, कुनाल वर्मा, मोनी सिंह, अपर्णा रस्तागो, वीपी शर्मा, रेनु गर्ग, सैयद किशवर अब्बार रिज़वी आदि का उल्लेखनीय योगदान रहा।
अंत में, भारतीय योग परिषद ने सभी सहभागियों, संस्थाओं और मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान का आभार व्यक्त करते हुए घोषणा की कि “हरित योग” और “एक पेड़ माँ के नाम” अभियान को भविष्य में और अधिक विस्तार दिया जाएगा, ताकि स्वास्थ्य और प्रकृति दोनों को सहेजा जा सके।