कर्बला के शहीदों की याद में बाबूगंज में आयोजित मजलिस

प्रयागराज के बाबूगंज में पांचवीं मुहर्रम पर आयोजित मजलिस में मौलाना सदरे आलम ने पेश की कर्बला की शहादत

कर्बला के शहीदों की याद में बाबूगंज में आयोजित मजलिस
मौलाना सदरे आलम ने पेश की तकरीर

प्रयागराज। मुहर्रम का महीना आते ही इमाम हुसैन और उनके साथियों की कुर्बानियों को याद करने का सिलसिला शुरू हो जाता है। पूरे शहर और गांवों में मजलिस, नौहा और मातम के जरिये अकीदतमंद उन्हें खेराजे अकीदत पेश करते हैं। इसी क्रम में पांचवीं मुहर्रम के मौके पर बाबूगंज बाजार स्थित वरिष्ठ पत्रकार जैनुल आबदीन के आवास पर एक विशेष मजलिस का आयोजन किया गया।

इस मजलिस में मशहूर आलिमे दीन हाफिज मौलाना सदरे आलम मुजफ्फरपुरी ने तकरीर करते हुए कर्बला की हकीकत और उससे जुड़ी महान शहादतों को बयान किया। उन्होंने कहा कि कर्बला की जंग हक और बातिल के बीच हुई थी। इमाम हुसैन ने अपने नाना हजरत मोहम्मद साहब के दीन की हिफाजत के लिए यजीद जैसे जालिम हुक्मरान की बैअत कुबूल नहीं की। बातिल के सामने सिर झुकाना उन्हें गवारा नहीं था, इसी वजह से उन्होंने शहादत को गले लगाया लेकिन हक से पीछे नहीं हटे।

मौलाना सदरे आलम ने कहा कि कर्बला केवल एक जंग नहीं, बल्कि इस्लाम की असल रूह को बचाने की एक अमर गाथा है। इमाम हुसैन और उनके बहत्तर साथियों ने भूख, प्यास और जुल्म की इन्तहा के बावजूद अपने हौसले को नहीं छोड़ा। यही वजह है कि आज भी दुनिया भर में मुहर्रम के मौके पर उनकी यादें ताजगी के साथ जिंदा रहती हैं।

मजलिस में नात शरीफ का नजराना पेश करते हुए हाफिज गुलाम मोहम्मद, हाफिज मकसूद हाशमी, हाफिज अब्दुल रहीम, हाफिज शफीक अहमद, हाफिज मोहम्मद सिबली और हाफिज अब्दुल अजरूद्दीन ने माहौल को रूहानी बना दिया। उनके कलाम सुनकर मौजूद सभी अकीदतमंदों की आंखें नम हो गईं।

कार्यक्रम में हाफिज हाजी अब्दुल खालिक, वरिष्ठ पत्रकार अली अहमद हाशमी, कारी मोहम्मद हुसैन, मोहम्मद मोबीन हाशमी, मोहम्मद सैफ, मोहम्मद अनजफ, मोहम्मद मसूद और सुम्बुल हाशमी सहित कई अन्य लोग मौजूद रहे। मजलिस के अंत में सभी ने मिलकर इस्लाम की सलामती, मुल्क की तरक्की और इंसानियत के लिए दुआ की।

इस तरह की मजलिसें समाज में न सिर्फ धार्मिक भावना को सशक्त बनाती हैं, बल्कि इंसानियत और हक के लिए खड़े रहने की प्रेरणा भी देती हैं। कर्बला की यह अमर गाथा हर दौर के इंसान को सत्य, न्याय और बलिदान का संदेश देती है।