1433 बूथों पर डा. मुखर्जी को श्रद्धांजलि, मन की बात और पौधारोपण से गूंजा यमुनापार
भाजपा कार्यकर्ताओं ने यमुनापार के 1433 बूथों पर डा. मुखर्जी को श्रद्धांजलि, मन की बात श्रवण और पौधारोपण किया

प्रयागराज। भारतीय जनसंघ के संस्थापक और भारत की एकता-अखंडता के प्रखर समर्थक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर रविवार को प्रयागराज यमुनापार जिले में भाजपा ने व्यापक कार्यक्रम आयोजित किए। जिले के 1433 बूथों पर एक साथ श्रद्धांजलि कार्यक्रम, ‘मन की बात’ श्रवण और पौधारोपण अभियान संचालित कर डॉ. मुखर्जी के विचारों को जन-जन तक पहुंचाया गया।
सिरसा मंडल के बूथ संख्या 84 बकचुंदा में आयोजित कार्यक्रम में भाजपा जिलाध्यक्ष राजेश शुक्ल ने कार्यकर्ताओं के साथ डॉ. मुखर्जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। इस दौरान उन्होंने कहा, “राष्ट्र की अखंडता के लिए अपना सर्वस्व बलिदान करने वाले डॉ. मुखर्जी का व्यक्तित्व आज भी प्रेरणास्त्रोत है। भाजपा उनके बताए रास्ते पर चलते हुए ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ के संकल्प को साकार कर रही है।” उन्होंने उपस्थित कार्यकर्ताओं संग पौधा लगाकर पर्यावरण संरक्षण का भी संदेश दिया।
नारीबारी स्थित प्रधानमंत्री समृद्धि केंद्र पर आयोजित कार्यक्रम में भाजपा जिला मीडिया प्रभारी दिलीप कुमार चतुर्वेदी ने कहा कि “डॉ. मुखर्जी ने जिस एकता और राष्ट्रहित की कल्पना की थी, उसे आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में यथार्थ रूप मिल रहा है। मोदी युग में देश ने विकास, आत्मनिर्भरता और सांस्कृतिक चेतना के नए आयाम छुए हैं।” उन्होंने बताया कि ‘मां के नाम एक पौधा’ अभियान के तहत हर बूथ पर वृक्षारोपण किया गया, जिससे पर्यावरण और मातृ शक्ति दोनों को सम्मान मिले।
चतुर्वेदी ने बताया कि जिले के सभी 1433 बूथों पर भाजपा कार्यकर्ताओं और जनप्रतिनिधियों ने एक साथ तीन कार्य किए –
डॉ. मुखर्जी को श्रद्धांजलि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘मन की बात’ का श्रवण
पौधारोपण कर पर्यावरण के प्रति संकल्प
इन आयोजनों के माध्यम से न सिर्फ पार्टी की सांगठनिक मजबूती दिखाई दी, बल्कि राष्ट्र निर्माण और सामाजिक सहभागिता की भावना को भी बल मिला।
कार्यक्रमों में भाजपा के कई प्रमुख पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे, जिनमें मंडल अध्यक्ष राणा सेठ, पुष्कर तिवारी, शशि शंकर मिश्र, अमरेश तिवारी, ऋषि मोदनवाल, अनिल चतुर्वेदी, सुभाष चतुर्वेदी, लाला केसरवानी, भोला केसरवानी, इंद्रसेन सिंह, दिव्यांशु चतुर्वेदी, विजय बहादुर वर्मा, सत्या शुक्ला और दिलीप तिवारी शामिल थे।
इस समर्पित आयोजन के जरिए भाजपा ने यह संदेश देने का प्रयास किया कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के सपने अब सिर्फ विचार नहीं, बल्कि मोदी युग में नीतियों और जन आंदोलन का रूप ले चुके हैं।