एसआरएन अस्पताल में महिला आयोग उपाध्यक्ष का औचक निरीक्षण
महिला आयोग उपाध्यक्ष चारू चौधरी ने प्रयागराज के अस्पतालों का निरीक्षण कर सफाई और सेवा में सुधार के निर्देश दिए।

प्रयागराज। उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष श्रीमती चारू चौधरी ने रविवार को जनपद प्रयागराज के विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों और अस्पतालों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय (एसआरएन), सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) चाका, और युनाइटेड मेडिसिटी अस्पताल में आयोजित महिला सशक्तीकरण कार्यक्रम में भाग लिया।
चाका सीएचसी के निरीक्षण के दौरान उन्होंने अस्पताल परिसर की साफ-सफाई, मरीजों को दी जा रही सुविधाएं, इलाज की गुणवत्ता और स्टाफ के व्यवहार की समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिए कि मरीजों के साथ संवेदनशील और सम्मानजनक व्यवहार हो तथा इलाज में किसी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए।
इसके बाद उन्होंने युनाइटेड मेडिसिटी के नर्सिंग डिपार्टमेंट में महिला सशक्तीकरण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि स्वस्थ समाज के निर्माण में महिलाओं की भागीदारी बेहद जरूरी है और चिकित्सा क्षेत्र में उनकी भूमिका निर्णायक होती जा रही है।
चारू चौधरी ने एसआरएन अस्पताल पहुंचकर वहां महिला प्रसूति वार्ड, डिलेवरी वार्ड, ईएनटी, और स्किन सर्जरी वार्ड का गहन निरीक्षण किया। उन्होंने मरीजों से बातचीत की, उनका हालचाल जाना और इलाज से जुड़ी सुविधाओं के बारे में जानकारी ली।
निरीक्षण के दौरान जब उन्हें वार्डों में सफाई की स्थिति असंतोषजनक मिली, तो उन्होंने सख्त नाराजगी जताई और अस्पताल प्रबंधन को फटकार लगाई। उन्होंने रोज़ाना चादरें बदलने, समय से वार्ड राउंड करने, और किसी भी बाहरी व्यक्ति की उपस्थिति पर रोक लगाने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने दलालों पर पैनी निगरानी रखने की आवश्यकता जताई।
उपाध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि यदि किसी जांच या परीक्षण के लिए शुल्क निर्धारित है, तो मरीज से उसी के अनुसार राशि ली जाए। कोई अनावश्यक वसूली बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उन्होंने अस्पताल परिसर में पीने के साफ पानी, मरीजों और तीमारदारों के बैठने की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने पर भी ज़ोर दिया।
इस निरीक्षण के दौरान जिला प्रोबेशन अधिकारी, वन स्टॉप सेंटर मिशन शक्ति की केन्द्र प्रशासक नीलेशा समेत कई अन्य अधिकारी मौजूद रहे। निरीक्षण के बाद उपाध्यक्ष ने कहा कि महिला आयोग महिलाओं को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं दिलाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और अस्पतालों की निगरानी लगातार जारी रहेगी।