जयपुरिया गोयल कैंपस: बोर्ड परीक्षा में सफलता का नया कीर्तिमान

जयपुरिया गोयल कैंपस के छात्रों ने 10वीं-12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में शानदार सफलता का परचम लहराया।

जयपुरिया गोयल कैंपस: बोर्ड परीक्षा में सफलता का नया कीर्तिमान
जयपुरिया गोयल कैंपस: बोर्ड परीक्षा में सफलता का नया कीर्तिमान

लखनऊ : सेठ एम.आर. जयपुरिया स्कूल, गोयल कैंपस ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया कि गुणवत्ता और समर्पण का मेल शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता की मिसाल कायम करता है। सीबीएसई की 10वीं और 12वीं कक्षा के परीक्षा परिणामों ने स्कूल के लिए इस साल को ऐतिहासिक बना दिया है।

कक्षा 12 की परीक्षा में मानविकी, विज्ञान और वाणिज्य – तीनों धाराओं के छात्रों ने न केवल अच्छे अंक प्राप्त किए बल्कि जिले में स्कूल की प्रतिष्ठा को और भी ऊंचा कर दिया।
मानविकी संकाय की अनुष्का ने 97.4% अंक हासिल कर टॉपर का ताज पहना। इसके अलावा दीपाली सिंह (96.60%), आदेश श्रीवास्तव (96.40%), और अर्पिता मौर्य (95.80%) सहित कुल 19 छात्रों ने 90% से अधिक अंक प्राप्त किए, जो विद्यालय की शैक्षणिक गुणवत्ता और शिक्षकों के मार्गदर्शन का स्पष्ट प्रमाण है।

कक्षा 10 के परिणाम भी किसी उपलब्धि से कम नहीं रहे। रिद्धिका कृति सिंह ने 97.4% और सिद्धार्थ श्रीवास्तव ने 96.8% अंकों के साथ शीर्ष स्थान प्राप्त किया। उनके पीछे दिव्यम तिवारी (96.6%) और अंजुरी श्रीवास्तव (95.6%) जैसे अनेक छात्र रहे, जिन्होंने 90% से अधिक अंक प्राप्त किए। इस वर्ष कुल 50 से अधिक छात्रों ने 90% से अधिक अंक हासिल कर यह दर्शाया कि परिश्रम और सही मार्गदर्शन से कोई भी शिखर दूर नहीं।

विद्यालय की इस अभूतपूर्व सफलता पर गोयल ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन श्री महेश अग्रवाल ने सभी विद्यार्थियों, शिक्षकों और अभिभावकों को शुभकामनाएं देते हुए कहा, “यह उपलब्धि केवल छात्रों की नहीं, पूरे विद्यालय समुदाय की जीत है।”

प्रधानाचार्य डॉ. रीना पाठक ने विद्यार्थियों की सराहना करते हुए कहा, “हमारे छात्र सिर्फ परीक्षा नहीं, जीवन की चुनौतियों के लिए भी तैयार हो रहे हैं। यह परिणाम उनकी प्रतिबद्धता और धैर्य का सजीव प्रमाण है।”

विद्यालय के गलियारे आज गर्व और आनंद से गूंज रहे हैं। छात्र, शिक्षक और अभिभावक – सभी इस सफलता को अपने प्रयासों की जीत मान रहे हैं। यह उपलब्धि न केवल छात्रों के उज्ज्वल भविष्य की ओर एक ठोस कदम है, बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बनी है।

जयपुरिया, गोयल कैंपस ने यह साबित कर दिया कि जब शिक्षा मिशन बन जाए, तो परिणाम अद्वितीय होते हैं। आने वाले वर्षों में भी यह संस्थान ऐसी ही कामयाबी की कहानियाँ रचता रहेगा।