नुक्कड़ नाटक के माध्यम से कारागारों में लोकपाल विषय पर जागरूकता अभियान

प्रयागराज के कारागारों में विधि छात्रों ने नुक्कड़ नाटक से लोकपाल पर जागरूकता फैलाई, बंदियों को दी गई कानूनी जानकारी।

नुक्कड़ नाटक के माध्यम से कारागारों में लोकपाल विषय पर जागरूकता अभियान
नुक्कड़ नाटक के माध्यम से कारागारों में लोकपाल विषय पर जागरूकता अभियान

प्रयागराज। उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार एवं जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, प्रयागराज संजीव कुमार के आदेश पर एक विशेष विधिक साक्षरता एवं जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। यह शिविर केंद्रीय कारागार नैनी एवं जिला कारागार प्रयागराज में आयोजित हुआ, जिसमें लोकपाल विषय पर बंदियों को महत्वपूर्ण जानकारी दी गई।

इस जागरूकता कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला विधिक सेवा प्राधिकरण प्रयागराज के सचिव दिनेश कुमार गौतम ने की। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रहा विधि छात्रों द्वारा प्रस्तुत किया गया नुक्कड़ नाटक, जिसके माध्यम से बंदियों को लोकपाल संस्था, उसकी भूमिका, अधिकार और भ्रष्टाचार के विरुद्ध इसकी कार्यप्रणाली की जानकारी रोचक तरीके से दी गई।

इस नुक्कड़ नाटक में इलाहाबाद विश्वविद्यालय, सी.एम.पी. डिग्री कॉलेज, जी. सिंह विधि महाविद्यालय तथा प्रोफेसर राजेन्द्र सिंह विधि संकाय के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। विद्यार्थियों ने जनहित से जुड़े गंभीर विषय को सहज, संवादी और शिक्षाप्रद रूप में प्रस्तुत कर दर्शकों की सराहना प्राप्त की।

शिविर के दौरान पूर्व डीन एवं वर्तमान में अतिथि प्रवक्ता प्रो. आर.के. चौबे ने बंदियों को लोकपाल अधिनियम से संबंधित कानूनी अधिकारों और शिकायतों के निवारण के तरीके समझाए। उन्होंने बताया कि लोकपाल एक स्वतंत्र संस्था है जो उच्च पदस्थ सरकारी अधिकारियों पर निगरानी रखती है और भ्रष्टाचार के मामलों में जांच की प्रक्रिया को प्रभावी बनाती है।

सचिव दिनेश कुमार गौतम ने कारागार में निरुद्ध बंदियों से संवाद करते हुए उन्हें कानूनी सहायता प्राप्त करने के उपाय, निःशुल्क विधिक सहायता की सुविधा और उनके अधिकारों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि विधिक सेवा प्राधिकरण समाज के प्रत्येक वर्ग, विशेषकर वंचितों को न्याय दिलाने हेतु प्रतिबद्ध है।

कार्यक्रम के दौरान वरिष्ठ जेल अधीक्षक रंग बहादुर, डिप्टी जेलर एस.पी. सिंह, डिफेंस काउंसिल गौरव सिंह व अखिलेश प्रताप सिंह सहित कई अन्य अधिकारीगण भी उपस्थित रहे।

इस जागरूकता शिविर की सफलता का श्रेय उन युवा विधि छात्रों को जाता है जिन्होंने विधि शिक्षा को व्यवहारिक धरातल पर उतारकर समाजसेवा का उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया। सचिव दिनेश कुमार गौतम ने सभी प्रतिभागियों को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रमों की आवश्यकता पर बल दिया।