हेमकुंठी गर्मी ने किया बेहाल, प्रयागराज शहरवासी परेशान
प्रयागराज में भीषण गर्मी ने लोगों की दिनचर्या को अस्त-व्यस्त कर दिया है, तापमान 45 डिग्री पार।

(जैनुल आब्दीन)
प्रयागराज। मई के महीने में गर्मी ने ऐसा कहर बरपाया है कि शहरवासी बेहाल हो उठे हैं। सूरज जैसे आसमान से आग बरसा रहा हो, और उसकी किरणें दिनभर शहर की सड़कों को तवे की तरह तपाती जा रही हैं। मौसम के इस बदलते मिजाज ने लोगों को घरों में कैद होने पर मजबूर कर दिया है।
बीते कुछ दिनों से तापमान में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। बुधवार को तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया। मौसम विभाग ने 15 से 19 मई के बीच हीटवेव का अलर्ट जारी किया है। इसके अनुसार, इस दौरान उत्तर भारत के कई क्षेत्रों में गर्म हवाएं चलेंगी, जिससे लू की स्थिति और भी खतरनाक हो सकती है।
सुबह होते ही तेज धूप लोगों का स्वागत करती है और जैसे-जैसे दिन चढ़ता है, वैसे-वैसे तपिश भी बढ़ती जाती है। प्रयागराज में बुधवार को सुबह 9 बजे के बाद ही लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया। सड़कें सुनसान दिखीं और दुकानों पर ग्राहक न के बराबर पहुंचे। अधिकतर लोग छांव की तलाश में इधर-उधर भटकते दिखे।
गर्मी की वजह से लोग शारीरिक और मानसिक दोनों तरह की परेशानियों का सामना कर रहे हैं। डॉक्टरों ने इस मौसम में पर्याप्त पानी पीने, हल्के कपड़े पहनने और दोपहर के समय बाहर न निकलने की सलाह दी है। बच्चों और बुजुर्गों को खास सावधानी बरतने की हिदायत दी गई है।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि वातावरण में नमी के साथ-साथ तापमान में लगातार इज़ाफा हो रहा है, जिससे उमस भरी गर्मी और ज्यादा महसूस हो रही है। हालांकि, अगले कुछ दिनों में चलने वाली तेज गर्म हवाएं थोड़ी राहत दे सकती हैं, क्योंकि इनसे उमस में कमी आएगी।
प्रयागराज जैसे शहर में जहां गंगा-यमुना की नमी थोड़ी राहत देती है, वहां भी इस बार गर्मी ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। लोग पंखों और कूलरों के सहारे दिन गुजारने को मजबूर हैं, जबकि बिजली की कटौती परेशानी और बढ़ा रही है।
सरकारी अस्पतालों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को लू से पीड़ित मरीजों के लिए सतर्क कर दिया गया है। नगर निगम द्वारा सार्वजनिक स्थलों पर पेयजल और छाया की व्यवस्था करने के निर्देश जारी किए गए हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर इनका असर फिलहाल कम ही दिखाई दे रहा है।
गर्मी की इस लहर ने जहां आम जनजीवन को प्रभावित किया है, वहीं खेतों और फसलों पर भी इसका प्रभाव पड़ सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि यह स्थिति ज्यादा दिन चली, तो इसका असर सब्जियों और फलों की आपूर्ति पर भी पड़ेगा, जिससे महंगाई बढ़ने की आशंका है।