युवा संसद विमर्श 2.0 के पहले दिन विद्यार्थियों ने विभिन्न मुद्दों और समसामयिक विषयों पर की बहस
संत अतुलानंद कॉन्वेंट स्कूल, कोइराजपुर, हरहुआ, वाराणसी में विमर्श 2.0 का पहला दिन उत्साह और उमंग से भरा रहा।

वाराणसी। संत अतुलानंद कॉन्वेंट स्कूल, कोइराजपुर, हरहुआ, वाराणसी में विमर्श 2.0 का पहला दिन उत्साह और उमंग से भरा रहा। इस युवा संसद में वाराणसी के 15 से अधिक प्रतिष्ठित विद्यालयों के 700 से अधिक छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
विमर्श के दूसरे वार्षिक सत्र में लोकसभा, राज्यसभा, एनडीए मीट, इंडिया मीट जैसी समितियों के साथ-साथ माइथोलॉजिकल कॉन्क्लेव और यूएनएचआरसी जैसी नई समितियां मुख्य आकर्षण रहीं, जिसमें छात्रों ने महाभारत और मानवाधिकार जैसे गहन और गंभीर मुद्दों पर व्यापक चर्चा की। ऐसी चर्चा का उद्देश्य उन विचारों और नीतियों पर ध्यान केंद्रित करना है जो मानव उत्कर्ष की ओर ले जाएं।
आज प्रथम दिन विद्यार्थियों ने अपनी-अपनी समितियों में उद्घाटन भाषण के माध्यम से अपना प्रारंभिक परिचय दिया तथा प्रश्नकाल में अपनी जिज्ञासाओं का समाधान किया तथा अनेक लोकप्रिय मुद्दों के साथ-साथ समसामयिक मुद्दों पर भी बहस की।
संस्था के सचिव राहुल सिंह एवं निदेशक डॉ. वंदना सिंह ने कहा कि ऐसे मंच से छात्रों को शिक्षा के माध्यम से संसदीय प्रणाली एवं कार्य प्रणाली के बारे में व्यापक जानकारी मिलती है, जो उनके सर्वांगीण विकास एवं सामाजिक जागरूकता के लिए एक अभिनव पहल है, जिसमें छात्र कई नये एवं ज्वलंत मुद्दों पर व्यापक चर्चा कर रहे हैं।
संस्था की प्राचार्य डॉ नीलम सिंह ने कहा कि इस युवा संसद के माध्यम से आज का युवा न केवल वर्तमान लोकतांत्रिक परंपरा के आधारभूत मूल्यों एवं प्रक्रिया से परिचित होता है, बल्कि भविष्य के एक सजग एवं संवेदनशील नागरिक के रूप में स्वयं को तैयार भी करता है। उन्होंने वाराणसी के प्रतिष्ठित विद्यालयों से आए शिक्षकों, मीडिया मित्रों एवं छात्र-छात्राओं का विशेष रूप से आभार व्यक्त किया।
आयोजन समिति के सदस्यों में नैवेद्य शेखर सिंह (छात्र संयोजक), विश्वमोहिनी तिवारी (अध्यक्ष), रणवीर प्रताप सिंह (उपाध्यक्ष), सौभाग्य कुँवर सिंह (कोषाध्यक्ष), सैयद अदनान (क्रिएटिव हेड), पार्थ सारथी, अन्विता सिंह, कार्तिकेय शर्मा, अस्तुति सिंह, भव्या सिंह, श्रेया त्रिपाठी, शौर्य विक्रम सिंह एवं अन्य विद्यार्थियों ने अपने दायित्वों का कुशलतापूर्वक निर्वहन किया।
यह सम्पूर्ण आयोजन डॉ. आलोक पाण्डेय एवं सामाजिक विज्ञान संकाय के कुशल मार्गदर्शन में किया जा रहा है।