100 दिवसीय संघन टीबी खोज अभियान: पीएम श्री नवोदय विद्यालय में कार्यशाला आयोजित

रायबरेली के नवोदय विद्यालय में स्वास्थ्य विभाग की ओर से 100 दिवसीय संघन टीबी खोज अभियान के तहत कार्यशाला आयोजित की गई। इस दौरान 210 छात्रों की स्क्रीनिंग की गई और "टीबी हारेगा-देश जीतेगा" की शपथ दिलाई गई।

जनवरी 12, 2025 - 17:04
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100 दिवसीय संघन टीबी खोज अभियान: पीएम श्री नवोदय विद्यालय में कार्यशाला आयोजित
100 दिवसीय संघन टीबी खोज अभियान: पीएम श्री नवोदय विद्यालय में कार्यशाला आयोजित

रायबरेली: रायबरेली के अमावा विकासखंड स्थित पीएम श्री नवोदय विद्यालय, बावन बल्ला बुजुर्ग में 100 दिवसीय संघन टीबी खोज अभियान के तहत कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छात्रों की स्क्रीनिंग की और उन्हें टीबी (तपेदिक) के लक्षणों, बचाव और इलाज के बारे में जानकारी दी।

विद्यालय के प्राचार्य बागिस ने कहा कि टीबी अब असाध्य बीमारी नहीं है। उन्होंने बताया कि यह बीमारी समय पर उपचार से पूरी तरह ठीक हो सकती है। प्राचार्य ने छात्रों को जागरूक करते हुए कहा कि टीबी का इलाज सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर निःशुल्क उपलब्ध है।

210 बच्चों की हुई स्क्रीनिंग, बच्चों ने ली जागरूकता की शपथ
स्वास्थ्य विभाग की ओर से सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी देवानंद और अंजलि ने बालक और बालिकाओं की स्क्रीनिंग की। करीब 210 छात्रों की जांच की गई। इस अवसर पर वरिष्ठ उपचार पर्यवेक्षक करुणा शंकर मिश्र ने कहा कि टीबी का इलाज अब सरल हो गया है। उन्होंने लोगों से अपील की कि टीबी के लक्षण छुपाएं नहीं, बल्कि समय पर जांच करवाकर उपचार कराएं।

इस मौके पर स्वास्थ्य कर्मचारियों और बच्चों ने मिलकर "टीबी हारेगा-देश जीतेगा" अभियान की शपथ ली। शपथ के दौरान बच्चों और अध्यापकों ने 2025 तक भारत को टीबी मुक्त बनाने का संकल्प लिया।

"टीबी हारेगा-देश जीतेगा" अभियान को जन आंदोलन बनाने की जरूरत
कार्यशाला को संबोधित करते हुए जिला कार्यक्रम समन्वयक अभय मिश्रा ने कहा कि टीबी उन्मूलन अभियान को सफल बनाने के लिए इसे जन आंदोलन का रूप देना जरूरी है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव-गांव जाकर जागरूकता फैलाने का कार्य कर रही है।

वरिष्ठ उपचार पर्यवेक्षक वरुण देव शर्मा ने कहा कि टीबी उन्मूलन के लिए सभी को अपनी सहभागिता सुनिश्चित करनी होगी। उन्होंने बताया कि जो लोग टीबी से संक्रमित हैं, उन्हें उच्चतम स्वास्थ्य सुविधाएं दी जा रही हैं।

टीबी मरीजों को मिल रही आर्थिक मदद
वरुण देव शर्मा ने बताया कि भारत सरकार की निक्षय पोषण योजना के तहत टीबी मरीजों को इलाज के दौरान हर महीने 1000 रुपये की आर्थिक सहायता दी जा रही है। यह मदद डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर स्कीम के तहत दी जाती है ताकि मरीजों को बेहतर आहार मिल सके।

कार्यशाला में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मौजूद
इस कार्यशाला में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी डॉ. अरुण वर्मा, लैब पर्यवेक्षक सुनीत श्रीवास्तव, टीबीएचवी विक्रांत गुप्ता, आयुष्मान आरोग्य मंदिर के सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी देवानंद, और सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी अंजलि सहित कई अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

विद्यालय के अध्यापक अवनीश सिंह ने स्वास्थ्य विभाग की टीम का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस तरह की कार्यशालाएं छात्रों और समुदाय को जागरूक करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।

स्वास्थ्य विभाग ने दिया टीबी उन्मूलन का संदेश
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नवीन चंद्रा के दिशा-निर्देशन में चलाए जा रहे इस अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग की टीम स्कूलों और सामुदायिक स्थानों पर कार्यशालाओं का आयोजन कर रही है। जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. अरुण वर्मा के नेतृत्व में टीबी उन्मूलन के लिए जन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।

वरिष्ठ उपचार पर्यवेक्षक करुणा शंकर मिश्र ने कहा कि टीबी हारेगा-देश जीतेगा अभियान के माध्यम से लोगों को टीबी के लक्षणों, बचाव के उपायों और समय पर जांच के लिए प्रेरित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि टीबी का इलाज पूरी तरह मुफ्त है, और समय पर उपचार से रोगी पूर्णतया स्वस्थ हो सकता है।

विश्व क्षयरोग दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित होगा
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि हर साल 24 मार्च को विश्व क्षयरोग दिवस मनाया जाता है। इस अवसर पर जिले में टीबी जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि टीबी उन्मूलन का लक्ष्य तभी पूरा होगा, जब लोग जागरूक होकर इस अभियान में सक्रिय रूप से भागीदारी करें।

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