मिशन शक्ति अभियान को नया आयाम देने में जुटी हैं महिला सहायता प्रकोष्ठ प्रभारी शिवांगी त्रिपाठी

आनन्दी मेल सवांददाता अंबेडकरनगर - पुलिस द्वारा मिशनशक्ति अभियान के तहत कराए जा रहे सुलह समझौते के क्रम में महिला सहायता प्रकोष्ठ (1090) उ0नि0 शिवांगी त्रिपाठी व महिला आरक्षी पूनम शर्मा के अथक प्रयास से पति पत्नी के एक वैवाहिक जोड़े जिनके बीच चल रहे पारस्परिक विवाद से संबंधित समस्याओं को सुना गया तथा उनकी समस्याओं को सुलझाते हुए पति-पत्नी को एक साथ रहने के लिए समझाया गया।

मिशन शक्ति अभियान को नया आयाम देने में जुटी हैं महिला सहायता प्रकोष्ठ प्रभारी शिवांगी त्रिपाठी
मिशन शक्ति अभियान को नया आयाम देने में जुटी हैं महिला सहायता प्रकोष्ठ प्रभारी शिवांगी त्रिपाठी

हौसला दिलाते हुए पूनम शर्मा ने "पीड़िता से कहा चुप हो जाओ, रोना बंद करो। अब तुम यहां आ गयी हो तुम्हे न्याय जरूर मिलेगा।" पीड़िता ने महिला सहायता प्रकोष्ठ में अपना दर्द बांटा था वह दो बिछड़े हुए परिवारों को एक करने का एक सरकारी विभाग बनाया गया है,जो अपने तरह की एक विशेष अदालत है, जिसे महिला सहायता प्रकोष्ठ कहा जाता है। महिला प्रकोष्ठ प्रभारी शिवांगी त्रिपाठी दोनों पक्षों की बात बड़ी गम्भीरता से सुन रही थीं और उसे दिलासा दिला रही थीं कि वो फिक्र न करे उसे न्याय जरुर मिलेगा।

शिवांगी त्रिपाठी में कुछ ऐसा ही गुण देखने को मिला जो अपने तर्कों और सहज शब्दों से ये अपनी बात मनवाकर दी दम लेती हैं। शिवांगी त्रिपाठी द्वारा समझाते हुए दोनों पक्षों से बताया कि एक परिवार में रहने का मतलब है कि सदस्य हर दिन एक साथ खाना खाने से लेकर छुट्टियों पर बाहर जाने तक सब कुछ एक साथ करते हैं। यही वह चीज़ है जो समाज के सदस्यों को संतुष्टि पाने में मदद करती है और फिर वे अपने परिवारों के साथ समय बिताने के नए तरीकों की तलाश करना शुरू करते हैं जो अंततः एक मजबूत संबंध और स्वस्थ रिश्ते की ओर ले जाता है। समझने के पश्चात अंतत दोनों (पति पत्नी )आपस में एक साथ रहने के लिए राज़ी हो गए एवं दंपत्ति द्वारा अंबेडकरनगर पुलिस को धन्यवाद देते हुए आभार व्यक्त किया।