लखनऊ में होली-ईद मिलन के बहाने आतंकवाद के खिलाफ आवाज़

साम्प्रदायिक सौहार्द और एकता के संदेश के साथ, होली और ईद मिलन समारोह में आतंकवाद के खिलाफ जागरूकता बढ़ाई गई।

लखनऊ में होली-ईद मिलन के बहाने आतंकवाद के खिलाफ आवाज़
लखनऊ में होली-ईद मिलन के बहाने आतंकवाद के खिलाफ आवाज़

लखनऊ : देवा शरीफ वेलफेयर ट्रस्ट द्वारा शुक्रवार, 2 मई को आयोजित होली और ईद मिलन समारोह में साम्प्रदायिक सौहार्द, एकता और आतंकवाद के खिलाफ जागरूकता फैलाने का प्रयास किया गया। यह कार्यक्रम होटल रॉयल कैफे, सप्रू मार्ग में शाम 7 बजे आयोजित हुआ। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विभिन्न धर्मों और समुदायों के बीच आपसी सद्भाव और प्रेम को बढ़ावा देना था।

हाजी सैयद वासिक वारसी, देवा शरीफ वेलफेयर ट्रस्ट के अध्यक्ष, ने कहा कि आज के दौर में जब समाज में आतंकवाद और हिंसा का डर फैला हुआ है, ऐसे में हम सभी का कर्तव्य है कि हम अपने आपसी रिश्तों में प्रेम, शांति और सौहार्द को बढ़ावा दें। "हम सभी को यह समझना होगा कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता। यह सिर्फ और सिर्फ नफरत फैलाने और लोगों के बीच विभाजन उत्पन्न करने का काम करता है। जब हम एकजुट होकर खड़े होते हैं, तो आतंकवाद जैसी बुराइयाँ कमजोर हो जाती हैं," उन्होंने कहा।

समारोह में विभिन्न धर्मों और जातियों के लोग एकत्रित हुए और एकजुटता का संदेश दिया। इस अवसर पर आतंकवाद और सांप्रदायिक सौहार्द पर विशेष चर्चा सत्र आयोजित किया गया। इसमें लखनऊ और उसके आस-पास के संभ्रान्त व्यक्तियों, नेताओं और धार्मिक गुरुओं ने भाग लिया। वक्ताओं ने देश में आतंकवाद के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिए एकजुट होकर काम करने की आवश्यकता पर जोर दिया। साथ ही, उन्होंने भारत की विविधता और हमारी सांस्कृतिक एकता को हमारे सबसे बड़े संसाधन के रूप में मान्यता दी।

वारसी ने आगे कहा, "हमारा भारत एक ऐसा देश है जहाँ पर अलग-अलग धर्मों, जातियों और संस्कृतियों के लोग मिलजुल कर रहते हैं। यह विविधता ही हमारी सबसे बड़ी ताकत है। हमें आतंकवाद, हिंसा और नफरत फैलाने वाली ताकतों से लड़ने के लिए एकजुट होना होगा। हम सभी को एक दूसरे का सम्मान करना चाहिए और हर उस ताकत के खिलाफ खड़ा होना चाहिए जो हमारे देश की एकता को तोड़ना चाहती है।"

इस समारोह में उपस्थित लोगों ने आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता का संकल्प लिया और यह तय किया कि वे हमेशा एक दूसरे के साथ खड़े रहेंगे। इस आयोजन ने यह संदेश दिया कि हम सभी धर्मों के लोग मिलकर अपने देश को शांतिपूर्ण और सुरक्षित बनाने की दिशा में कार्य करेंगे।

कार्यक्रम के समापन पर सभी ने एकजुट होकर यह शपथ ली कि वे अपने-अपने धर्मों के माध्यम से शांति और भाईचारे को फैलाएंगे और आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष करेंगे।